महबूबा का बयान:तालिबान से बात हो सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं? फारूक अब्दुल्ला बोले- PM का न्योता स्वीकार किया

उमेश कुमार कसेरा-फारूक अब्दुल्ला के घर मंगलवार को हुई गुपकार गठबंधन की बैठक के बाद महबूबा मुफ्ती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘बीते दिन सरकार तालिबान से बात कर रही थी। जब तालिबान से बात हो सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं? उन्हें आवाम के लिए जम्मू-कश्मीर के नेताओं से भी बात करनी चाहिए।
इससे पहले नेशनल कांफ्रेंस (NC) चीफ फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘जिन्हें भी पीएम की तरफ से न्योता भेजा गया है, वे सभी 24 जून को मीटिंग में जाएंगे और गृहमंत्री से भी मुलाकात करेंगे।
बैठक में शामिल हुए गुपकार गठबंधन के प्रवक्ता युसुफ तारीगामी ने कहा, ‘हम जम्मू-कश्मीर को लेकर उनसे बात करेंगे। मीटिंग का कोई एजेंडा नहीं है, जो भी जो कुछ भी बोलना चाहता है, बोल सकता है। हम आपको यकीन दिलाना चाहते हैं कि हम आसमान के तारे नहीं मांगेंगे। हम वही मांगेंगे, जो हमारा था और हमारा ही रहना चाहिए।
6 दलों के नेता शामिल हुए
बैठक में 6 दलों के नेता शामिल हुए, जिसकी अगुवाई फारूख अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस (NC) और महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने की। बैठक फारूक अब्दुल्ला के घर पर हुई।
विधानसभा चुनाव और पूर्ण राज्य के दर्जे पर हो सकती है बात
प्रधानमंत्री मोदी की 24 जून को होने वाली बैठक में जम्मू-कश्मीर में चल रहे राजनीतिक गतिरोध के अलावा केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा देने संबंधी विषयों पर चर्चा हो सकती है। बैठक में जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा की उम्मीद है।
राज्य में चुनाव 2018 से लंबित हैं। तब महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP और भाजपा का गठबंधन टूट गया था। इस बीच, गुपकार समूह ने भी केंद्र सरकार से बातचीत को लेकर नरम रुख के संकेत दिए थे।