नवप्रशिक्षित शिक्षकों के प्रशिक्षित अंतर वेतन का हो भुगतान
मनीष कुमार कमलिया-कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने आरोप लगाया है कि सरकार निजी स्कूल लॉबी के दबाव में सरकारी शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर रही है। तिवारी ने कहा है कि बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत नवप्रशिक्षित शिक्षकों का करोड़ो रुपये सरकार के यहां बकाया है। साल 2019 में ही डीएलएड प्रशिक्षण डायट, बायट, ओडीएल और एनआईओएस से प्रशिक्षण हासिल कर चुके शिक्षकों को अभी तक ट्रेंड श्रेणी का वेतनमान नहीं दिया जा रहा है। जबकि नवंबर 2019 में ही शिक्षा विभाग ने इनके प्रशिक्षित वेतनमान का निर्धारण कर दिया है। नियमों के मुताबिक प्रशिक्षण पूर्ण होने की तिथि से ही इन शिक्षकों को प्रशिक्षित वेतनमान मिलना चाहिए।तिवारी ने कहा कि सरकार पहले ही नियोजित शिक्षकों को काफी कम पैसे दे रही है। ये पैसे भी महीनों इंतज़ार के बाद मिलते हैं। और ऐसी स्थिति में निर्धारित वेतनमान से कम वेतन देना किसी अपराध से कम नहीं है।