
ओम प्रकाश ,रांची :-राजधानी रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में गीतांजलि मैरिज हॉल के पास जो कि चिरौंदी रोड में स्थित है, वहां से 8 टन 35000 वाट के तार की चोरी कर ली गई । एक ठेकेदार द्वारा अंडरग्राउंड वायरिंग के उस कार्य को पूरा किया जा रहा था । उस तार को अज्ञात चोर के द्वारा सुबह के 4:00 बजे ही हाईटेक तरीके से चोरी कर ली गई थी।
विजेंद्र सिंह के द्वारा बरियातू थाने में दर्ज किया गया चोरी का केस
विजेंद्र सिंह पिता नागपाल सिंह जो कि एनी विला कुसुम बिहार रोड नंबर 4 मैं रहते हैं , झारखंड सरकार द्वारा बिजली बोर्ड का टैंडर ले कर अंडर ग्राउंड बिजली का तार बिछाने का काम कर रहे थे।
बिजली का कार्य करने हेतु उन लोगों ने अंडरग्राउंड वायरिंग करने के लिए 8 टन का 35000 व्हाट के बिजली का तार मैरिज हॉल के पास मंगाकर रखा था। जिसे अज्ञात चोर के द्वारा सुबह के 4:00 बजे चोरी कर ली गई थी । चोरी करने का तरीका बिल्कुल ही अजीबोगरीब था। विजेंद्र सिंह जब उस स्थान पर पहुंचे जहां पर अंडरग्राउंड वायरिंग करनी थी तो देखा वहां पर तार नहीं थे इसके तुरंत बाद उन्होंने बरियातू थाने में चोरी का मामला दर्ज कराया। जिसके बाद बरियातू पुलिस हरकत में आई।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से मामला प्रकाश में आया
बरियातू थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार मेहता ने बताया की
सीसीटीवी कैमरे की जांच करने पर पाया गया कि एक क्रेन के द्वारा बिजली के तारों को उठाया जा रहा है। क्रेन का नंबर सीसीटीवी कैमरे में साफ दिखाई दे रहा था। जिस को ट्रेस किया गया डीटीओ के माध्यम से। इसका सत्यापन करने के बाद उक्त क्रेन के मालिक का नाम और पता सामने आया । पूछताछ करने के बाद क्रेन वाले ने बताया की उसका गूगल में अकाउंट है और वहां उसका मोबाइल नंबर भी दर्ज है । कोई भी वेबसाइट में जाकर वहां से उसका नंबर लेकर क्रेन बुक कर सकता है। तफ्तीश में पता चला कि उसने भानु क्रेन सर्विस के नाम से अकाउंट गूगल पर बना रखा है। जिसमें उसका नाम एवं नंबर दर्ज है। किसी भी व्यक्ति को अगर क्रेन की जरूरत पड़ती है , तो वह गूगल के माध्यम से उस वेबसाइट में जाकर नंबर सर्च कर क्रेन वाले से संपर्क कर क्रेन बुक करता है।
सुबह के 4:00 बजे ही तार उठाने का दिया था टेंडर
अभियुक्त ने इसी तरह से गूगल में जाकर उसके नंबर पर संपर्क कर उसे तार उठाने का टेंडर दे दिया था और कहा था की सुबह के 4:00 बजे ही तारों को उठा लेना है। तय समय और पते पर क्रेन वाले ने तार उठा लिया । क्रेन वाले ने बताया मैंने ऑर्डर करने वाले का चेहरा नहीं देखा जो भी बात हुई है, फोन पर ही हुई थी। क्रेन द्वारा बिजली के तारों को उठाकर एक ट्रक में लोड किया गया था। छानबीन में पता चला ट्रक चालक टाटा का रहने वाला है । उसने तार हजारीबाग के मुफस्सिल थाना क्षेत्र मैं महिंद्रा के एक शोरूम के पीछे रख दिया था।
हजारीबाग थाना की मदद से तार जप्त किया गया और वापस से रांची लाया गया। थाना प्रभारी ने बताया फोन ट्रेस करने के बाद असली अभियुक्त तक पहुंचने में मदद मिली और इस केस को सॉल्व करने में 3 दिन का समय लगा।
पलामू का है चोरी का मास्टरमाइंड प्रशांत
क्रेन वाले को जिस व्यक्ति ने फोन किया था उसका नंबर ट्रेस करने के बाद पता चला कि वह नंबर प्रशांत कुमार का है जो इस चोरी का मास्टरमाइंड है, वह पलामू का रहने वाला है। उसने ही इस सारे खेल को अंजाम दिया । उसने ही ऑनलाइन गूगल के माध्यम से क्रेन बुक किया और बिजली की तारों की चोरी करवाई और उसे लेकर हजारीबाग के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में महिंद्रा के शोरूम के पीछे रखवा दिया । उसने सोचा इस तरह वह पुलिस की पकड़ में नहीं आएगा और चोरी का सारा माल बेचकर पैसे वाला हो जाएगा । किंतु अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो एक ना एक सुराग छोड़ ही जाता है। अब बरियातू पुलिस उसके पीछे है और उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बरियातू थाना प्रभारी विरेंद्र कुमार मेहता ने हजारीबाग पुलिस की तारीफ की और उनके इस महत्वपूर्ण योगदान पर उन्हें धन्यवाद दिया है।
1 बरियातू थाना प्रभारी विरेंद्र कुमार मेहता