गया : सार्वजनिक संपत्ति बचाने को आमरण अनशन पर बैठे पंडित रामेश्वर मिश्र..

गया/शिवचंद्र झा, सार्वजनिक समस्याओं के प्रति सरकारी संस्थानों के कार्यकलाप से क्षुब्ध होकर पंडित रामेश्वर मिश्र ने गया जिले के टिकारी अनुमंडल में आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।रामेश्वर मिश्रा का कहना है कि मैं विगत 8 वर्षों से लोग इस तालाब औऱ पिंड को अतिक्रमण से मुक्त कराने हेतु लंबी लड़ाई लड़ रहा हूं मैंने अंचलाधिकारी से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक गुहार लगाई लेकिन कहीं से भी मुझे न्याय नहीं मिला।लाव में पधारे बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से भी मिलकर समस्याओं के सामने रखने का प्रयास किया किंतु मुझे मिलने नहीं दिया गया।अंतत दुखी होकर मैंने आत्मदाह करने की कोशिश की तो मुझे समस्या का समाधान करने का समाधान करने का आश्वासन देते हुए प्रशासन के द्वारा रोक दिया गया।महामहिम राष्ट्रपति महोदय से इच्छा मृत्यु की मांग की उसकी अनुमति नहीं मिली।एक ओर बिहार सरकार जल जीवन हरियाली की बात करती है और ड्रोन कैमरा से आहार पैन नहर का फोटो खींचकर उसे अतिक्रमण मुक्त करने की बात कह रही है पर सरकार के सिस्टम के चलते एक बड़े (अतिक्रमण है छ एकड़) तालाब का अतिक्रमण कर लिया गया है और स्थानीय प्रशासन आंख मूंद कर बैठ चुका है।