सरकारी आवास से निगरानी के हत्थे चढ़े बेगूसराय के अपर समाहर्ता ओम प्रकाश प्रसाद, इनके कई कारनामे आए सामने…
बेगूसराय निगरानी व अन्वेषण ब्यूरो पटना के डीएसपी गोपाल पासवान के नेतृत्व में सरकारी आवास से दबोचे गए बेगूसराय के अपर समाहर्ता ओम प्रकाश प्रसाद के कई कारनामे सामने आने लगे हैं।शनिवार की सुबह जैसे ही ADM के आवास पर छापेमारी की खबर लोगों को मिली तो दर्जन भर से अधिक पीड़ित परिवार सहित भारी संख्या में लोग वहां पहुंच गए।व्यवहार न्यायालय परिसर में तो आज जश्न का माहौल रहा।गौरतलब हो कि ADM ओम प्रकाश पैसा लेकर काम नहीं करने व पैसा लौटाने की मांग करने पर मुकदमा कर जेल तक पहुंचाने को लेकर भी चर्चित रहे हैं।दो अधिवक्ता पर बेवजह मुकदमा करने को लेकर वकीलों ने 23 मई 18 से एडीएम के न्यायालय का वहिष्कार कर रखा है।बावजूद इसके एडीएम पैसा लेकर फैसला सुनाते रहे हैं।इनके द्वारा मोबाइल पर घूस मांगने का ओडियो भी छह माह पूर्व वायरल हुआ था।पर उंची पहुंच के कारण उनका कुछ नहीं बिगड़ा था।इतना ही नहीं हाल ही में एक मामले की जानकारी लेने पहुंचे एक दैनिक अखबार के संवाददाता से भी उलझ गए थे।एडीएम ने संवाददाता ही नहीं उनके ब्यूरो चीफ पर भी एफआईआर दर्ज कराया था।इसके पूर्व उन्होंने कंप्यूटर आँपरेटर को कथित आरोप लगा कर उन्हें नौकरी से निकलवा दिया था।ऐसा कई मामले उनसे जुड़ा हुआ है।नगर निगम के वार्ड 26 निवासी व अधिवक्ता प्रमोद कुमार सिंह ने 11 नवम्बर को निगरानी विभाग में आवेदन किया था।अगले ही दिन विभाग ने एक इंस्पेक्टर को सत्यापन के लिए यहां भेजा था।ADM मोटेशन केस के निबटारे के लिए 15 लाख मांग रहे थे।बात 11 लाख पर तय होने के बाद पहले किस्त के रूप में 6 लाख रुपये लेकर प्रमोद सिंह निगरानी विभाग के पदाधिकारियों के साथ पहुंचे थे। रुपये लेते ही निगरानी विभाग ने उन्हें दबोच लिया।तलाशी लेने के दौरान उनके घर से 5 लाख 60 हजार नकद बरामद किया गया है।निगरानी विभाग ने छापेमारी को लेकर भारी सुरक्षा व्यवस्था की थी।गिरफ्तारी के बाद निगरानी विभाग डीएसपी गोपाल पासवान ADM ओमप्रकाश प्रसाद को अपने साथ पटना लेते गए हैं।छापेमारी करीब दो घंटे तक चलती रही।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर