मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी, फनी को लेकर जल्द ले सकता है भयंकर रूप…
दक्षिण भारत में अलर्ट जारी किया है।
बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान ‘फैनी’ से खतरे के मद्देनजर भारतीय मौसम विभाग (IMD) एस बालाचंद्रन ने बताया कि बांग्लादेश के सुझाव पर तूफान को ‘फैनी’ नाम दिया गया है और अगले 24 घंटे में चक्रवाती तूफान के खतरनाक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है।आईएमडी ने मछुआरों को 27 अप्रैल से 1 मई तक श्रीलंका, पुडुचेरी, तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है।जो मछुआरे गहरे समुद्र में जा चुके हैं, उन्हें 28 अप्रैल तक तटों पर लौटने की सलाह दी गई है। रविवार को 80-90 किलोमीटर से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चल सकती है और दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं। नई दिल्ली भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि बंगाल की खाड़ियों से उठने वाला तूफान फनी को लेकर चेतावनी जारी की है।ये तूफान आने वाले 12 घंटों में गंभीर रुप ले सकता है और 24 घंटों के भीतर ये बेहद ही खतरनाक रुप ले सकता है।01 मई तक इस तूफान की उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा की संभावना है और इसके बाद धीरे-धीरे ये उत्तर-पूर्व की ओर फिर से बढ़ेगा।चक्रवाती तूफान ‘FANI’, बंगाल की खाड़ी और पड़ोस के दक्षिण-पूर्वी खाड़ी के 05:30 बजे तक केंद्रित है, जो त्रिंकोमाली (श्रीलंका) से लगभग 747 किमी पूर्व में, चेन्नई (तमिलनाडु) से 1055 किमी दक्षिण-पूर्व में और तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्व दक्षिण-पूर्व में मछलीपट्टनम (आंध्र प्रदेश)। से 1231 किमी दूर है।बता दें कि मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान फनी को लेकर शुक्रवार को केरल में रेड अलर्ट जारी किया था।हिंद महासागर और उससे सटे बंगाल की खाड़ी में कम दबाव क्षेत्र से बने फनी चक्रवात से केरल के तटवर्ती इलाकों में भीषण तूफान के साथ बारिश की संभावना जताई गई थी।साथ ही मच्छुआरों को तटीय इलाकों से दूर रहने के लिए कहा गया था।बंगाल की खाड़ी के साथ हीहिंद महासागर के पूर्वी भूमध्यवर्ती इलाके में भी कम दबाव क्षेत्र में ये तूफान बना है।मछुआरों का यह भी कहना है कि वह मौसम विभाग और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशों की अनदेखी नहीं करेंगे, जैसा कि ओखी चक्रवात के दौरान की थी।बता दें कि पिछले साल केरल में ओखी चक्रवात में 88 मछुआरों की जान चली गई थी और 100 से ज्यादा लापता हो गए थे।
रिपोर्ट-दिल्ली संवाददाता