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मुख्यमंत्री की निश्चय यात्र बढ़ा गई उम्मीद…….

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निश्चय यात्रा पर किशनगंज पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गुरुवार को पहला कार्यक्रम ठाकुरगंज में निर्धारित था।सुबह में कोहरा छंटते ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर प्रात:साढे 10 बजे ठाकुरगंज के लिए उड़ा और करीब 10 मिनट बाद वे ठाकुरगंज पहुंचे जहां ग्राम पंचायत बेसरबाटी में नवनिर्मित आइटीआइ कॉलेज भवन का उद्घाटन किया।इस दौरान सीएम ने मुख्य सचिव को औद्योगिक प्रतिष्ठानों को पीपीपी मोड में तैयार किये जाने की बात कही ताकि यहां के छात्रों को तुरंत नौकरी मिल सके।इस दौरान सीएम के साथ ऊर्जा एवं वाणिज्य कर मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव तथा मद्य निषेध एवं निबंधन सह प्रभारी मंत्री अब्दुल जलील मस्तान भी थे।सीएम ने कालेज परिसर में पौधरोपण भी किया।कॉलेज परिसर में मुख्यमंत्री का स्वागत प्रखंड प्रमुख राधा देवी ने गुलदस्ता देकर किया।प्रमुख ने सीएम को प्रखंड के विकास से संबंधित एक मांग पत्र भी सौंपा।उद्घाटन के उपरान्त सीएम नीतीश कुमार ने आइटीआइ में संचालित सभी छह ट्रेडों इलेक्टिशियन,फीडर,मैकेनिकल इलेक्ट्रॉनिक्स,आइसीटीएसएम,मैकेनिक डीजल एवं वेल्डर के प्रशिक्षण कार्यशाला में घूम-घूम कर सभी ट्रेडों के प्रशिक्षणार्थियों से सम्बंधित विषयों के बारे में जानकारी ली।सीएम सर्वप्रथम इलेक्ट्रीशियन कार्यशाला पहुंचे एवं तकनीकी यंत्रों के बारे में जानकारी प्राप्त की।मैकेनिक डीजल कार्यशाला में ब्लैक बोर्ड में इंजन विषय पर लिखे विवरण पर सीएम नीतीश कुमार ने प्रशिक्षणार्थियों से पूछताछ की।इसके बाद वे आइटीआइ भवन के प्रथम तल्ला पर गए,जहां श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने आइटीआइ ठाकुरगंज के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2009 में आइटीआइ ठाकुरगंज की स्थापना हुई थी।यहां छह ट्रेडों में प्रत्येक वर्ष 150 प्रशिक्षणार्थियों का नामांकन कर प्रशिक्षण दिया जायेगा।उन्होंने सीएम को जानकारी देते हुए बताया कि यहां यथाशीघ्र रिक्त पदाधिकारियों एवं कर्मियों की बहाली कर दी जाएगी।

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इसके बाद सीएम ने आइटीआइ के बगल स्थित 30 करोड़ से बन रहे पॉलिटेक्निक कॉलेज का भी निरीक्षण किया। पॉलिटेक्निक कॉलेज जाने के क्रम में सीएम के एक झलक पाने के लिए आइटीआइ के प्रवेश द्वार पर खड़े लोगों में होड़ मच गयी।सीएम ने लोगों का अभिवादन करते हुए करीब 500 मीटर धूल भरी सड़क में पैदल चलकर पॉलिटेक्निक कॉलेज पहुंचे तथा स्थलीय निरीक्षण के बाद मुख्य सचिव से बातचीत करते हुए पीपीपी मोड में औद्योगिक प्रतिष्ठानों को आमंत्रित करने की पहल की बात की।कहा इससे इन संस्थनों में प्रशिक्षणरत अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण लेने के तुरंत बाद रोजगार मुहैया हो जायेगा।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चार साल के भीतर बिहार में गांव और शहर का अंतर मिट जाएगा। शहरों में मिलने वाली तमाम सुविधाएं गांवों में उपलब्ध हो जाएंगी।हर वर्ग और क्षेत्र का उत्थान करना उनका लक्ष्य है। वहां से सीएम पुन:किशनगंज के लिए प्रस्थान कर गये।इस अवसर पर स्थानीय विधायक नौशाद आलम,मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह,श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह,अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुब्हानी,मुख्यमंत्री के आप्त सचिव अतीश चंद्रा,संयुक्त सचिव विवेक कुमार,डीएम पंकज दीक्षित,एसपी राजीव मिश्र,वरीय उपसमाहर्ता रामाशंकर,बीडीओ गनौर पासवान,सीओ मो.इस्माइल,पुलिस उपाधीक्षक ललन पांडे,आइटीआइ प्राचार्य अनिल कुमार,आइटीआइ पूर्णिया के प्राचार्य गौरव कुणाल,ठाकुरगंज थानाध्यक्ष एस के तिवारी,कुर्लीकोट थानाध्यक्ष राहुल कुमार,गलगलिया थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार सहित कई विभागीय पदाधिकारी मौजूद थे।bp3096127-large

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा कि वे बेहतर कार्य करें और मनचाही पोस्टग पाएं।जो अधिकारी अपने कार्य में पर फेक्शन लाएंगे उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा।उन्होंने गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय का निरीक्षण के दौरान यह बात कही। मुख्यमंत्री ने करीब 45 मिनट तक कार्यालय का गहन निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को सेवा में सुधार के लिए कई निर्देश दिए।निश्चय यात्रा पर किशनगंज पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गुरुवार को दिन भर व्यस्त कार्यक्रम रहा।ठाकुरगंज स्थित आइटीआइ कालेज के लोकार्पण के बाद सीएम हेलीकाप्टर से लौटे तथा सीधे निर्धारित समय से छह मिनट पूर्व 11:55 बजे समाहरणालय परिसर पहुंचे।वहां उन्होंने जिला लोक शिकायत निवारण केंद्र का गहन निरीक्षण किया।वहां उन्होंने लोगों की शिकायतों पर चल रही कार्रवाई भी देखी।इस दौरान बिजली विभाग के चार मामलों का निबटारा किया गया।उन्होंने अधिकारियों को शिकायत निवारण केंद्र में आवेदन देनेवाले लोगों की शिकायतों का ससमय मामलों का निपटारा करने को कहा ताकि लोगों का विश्वास जिला लोक शिकायत निवारण केंद्र के प्रति बढे।वहां उन्होंने अधिकारियों से बेहतर कार्य करने को कहा तथा यह भी कहा कि अच्छे कार्य करनेवाले पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया जायेगा।नीतीश कुमार के समक्ष जिला लोक शिकायत निवारण केंद्र में पहला मामला दिघलबैंक प्रखंड निवासी कालू लाल हरिजन का आया।जिन्हें विद्युत विभाग द्वारा 28,893 रुपये की गलत बिजली बिल भेजी गई थी।इसका निष्पादन मात्र 876 रुपये में कर दिया गया।दूसरा मामला जिला मुख्यालय स्थित वार्ड नंबर-30 के डुमरिया का था।जिन्हें नया विद्युत कनेक्शन लेने के बाद विभाग द्वारा जनवरी 2016 से बिजली बिन नही दिया गया था।उनके मामले का निष्पादन केवल 1153 रुपये में कर दिया गया।तीसरा मामला टेढ़ागाछ निवासी मनोज कुमार सिंह का थ।उनके मामले का निपटारा कर इन्हें 81 रुपये का बिजली बिल से संबंधित कंप्युटराइज बिल निकाल कर कर दिया गया।चौथा मामला चौथा मामला भी टेढ़ागाछ प्रखंड से था।वहां के निवासी जवाहर लाल सिंह की शिकायत थी कि उन्हें विद्युत कनेक्शन के बाद बिजली बिल नही मिला।उनके मामले का निपटारा भी किया गया तथा 1179 रुपये का संशोधित बिजली बिल निकाल कर कर दिया गया।वहीं,जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी यशस्पति मिश्र ने बताया कि जिला लोक शिकायत निवारण केंद्र में आनेवाले शत प्रतिशत मामलों का निपटारा कर दिया गया है।बताया कि किशनगंज जिला बिहार में पहला ऐसा जिला है जहां के लोक शिकायत निवारण केंद्र पर सौ फीसद मामलों का निपटारा समय पर कर दिया गया है।इस दौरान किशनगंज विधायक डा.जावेद आजाद के अलावा मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह,निदेशक बीपीएसएम डा. प्रतिमा,डीजीपी पीके ठाकुर,एएसपी अनिल सिंह,बीडीओ ओम प्रकाश और श्रम प्र्वतन पदाधिकारी अवधेश कुमार सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।

रिपोर्ट:-धर्मेन्द्र सिंह 

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