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पुलिस ढूंढ़ रही सवाल का जवाब,अदिति के पास स्कूल में कहां से आया थाइमेट,स्कूल की मान्यता हो सकती है रद…

  • अदिति के पास स्कूल में कहां से आया थाइमेट ।
  • डीएम ने भेजा निदेशक प्राथमिक शिक्षा को पत्र ।
  • पुलिस ने बढ़ाया जांच का दायरा कई लोगों से हो सकती है पूछताछ ।
  • अदिति के परिजनों के घर सदर डीएसपी ने पहुंचकर की पूछताछ ।
  • अदिति जैसी घटना की पुनरावृत्ति दोबारा होने की जताई जा रही आशंका ।

माउंट जोन स्कूल कोसी कालोनी की मान्यता रद होगी।इसके लिए डीएम पंकज पाल ने निदेशक प्राथमिक शिक्षा को एक पत्र लिखकर इसकी मान्यता रद करने की सिफारिश की है।प्राथमिक शिक्षा निदेशक को भेजे गए पत्र में डीएम ने कहा है कि इस विद्यालय की मान्यता रद नहीं होने से यहां अदिति राज के साथ घटी घटना की पुनरावृत्ति हो सकती है जिस कारण जिले में कानून व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है।इस पत्र में डीएम ने उल्लेख किया है कि अदिति के साथ घटी घटना की जांच प्रारंभ में जिला शिक्षा पदाधिकारी से कराई गयी एवं बाद में फिर इस मामले की जांच तीन सदस्यीय प्रस्वीकृति समिति द्वारा कराई गयी।इस समिति ने भी माउंट जोन स्कूल कोसी कालोनी की मान्यता रद करने का अनुरोध अपनी सौंपी गयी रिपोर्ट में किया है।प्राथमिक शिक्षा निदेशक को भेजे गये पत्र में डीएम ने अनुरोध किया है कि इस विद्यालय की प्रस्वीकृति तत्काल जांच समिति द्वारा सौंपे गये प्रतिवेदन के आधार पर रद करने को कहा है ताकि जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति को बिगड़ने से बचाया जा सके और इस मामले का पटाक्षेप हो सके। डीएम द्वारा भेजे गये पत्र के पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी मो.मंसूर आलम ने भी अपने कार्यालय पत्रांक-1004 दिनांक 09. 09. 2016 को प्राथमिक शिक्षा निदेशक को पत्र भेजकर मानकों के अनुरूप माउंट जोन स्कूल कोसी कालोनी के परिचालन नहीं करने पर रद करने की सिफारिश की गयी थी।इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि इस विद्यालय का संचालन आवासीय परिसर में किया जा रहा है तथा विद्यालय दो इमारतों में संचालित किया जा रहा है तथा इसके बीच में आवासीय परिसर है जो जमीन मालिक का बताया जा रहा है।विद्यालय में 36 शिक्षकों के कार्य करने की बात बताई गयी जबकि इसमें मात्र पांच शिक्षकों के ही प्रशिक्षित होने की बात बताई गयी।जबकि शिक्षा के अधिकार कानून 2009 की धारा 23 के कंडिका 16 के नियम 2 के अनुसार शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेवारी विद्यालय प्रबंधन की है जो अधिनियम लागू होने के पांच वर्षों के अंदर हर हाल में पूरा करना है।रिपोर्ट में कहा गया है कि विद्यालय में इतनी संख्या में शिक्षकों का प्रशिक्षित नहीं होना गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में बाधक है।रिपोर्ट में कहा गया है कि विद्यालय में सीसीटीवी कैमरा एवं अग्निशमन यंत्र लगाया गया है लेकिन वह काफी कम है।विद्यालय का ढांचा किसी भी तरह से विद्यालय लायक नजर नहीं आता है।विद्यालय में खेल का मैदान एसेंबली आदि के लिये जगह उपलब्ध नहीं है।इस कारण बच्चों का बौद्धिक विकास संभव नहीं है।यह अधिनियम की धारा 18 के कंडिका 11 के उपकंडिका 2 घ का उल्लंघन है।रिपोर्ट में कहा गया है कि शिक्षकों का जो वेतन दर्शाया गया है वह नकद दिखाया गया है जबकि भुगतान चेक या बैंक खाते के माध्यम से किया जाना चाहिए।नकद भुगतान भ्रम पैदा करने के लिये दिखाने की बात कही गयी है। तीन सदस्यीय जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दो इमारतों में एक इमारत के पीछे के ग्राउंड फ्लोर पर नर्सरी एवं एलकेजी की कक्षाएं संचालित की जाती है।जबकि प्रथम तल में ही तीन कमरे में छात्रवास संचालित किया जा रहा है। जिसमें वर्ग एक से लेकर दस तक के छात्र रहते हैं।छात्रवास का नाम शाइन ब्यॉइज हॉस्टल बताया गया।जब छात्रवास के छात्रों को परिचय पत्र दिखाने की बात जांच टीम द्वारा कही गयी तो उनके पास कोई परिचय पत्र नहीं पाया गया।इसके अलावा सभी वर्ग कक्ष में रोशनी हर फ्लोर पर जानेवाली सीढ़ियों की काफी कम चौड़ाई एवं छोटे छोटे बच्चों के वर्ग कक्षा में इतनी उंची जगह होने पर जांच टीम ने आपत्ति जताई थी।मालुम हो की माउंट जोन के कक्षा एक की छात्र अदिति राज की मौत मामले में विसरा रिपोर्ट आने के बाद पुलसिया जांच में तेजी आ गयी है।सदर डीएसपी राज कुमार साह ने के.हाट थाना अध्यक्ष कृष्ण कुमार दिवाकर के साथ अदिति के परिजनों के घर जाकर उनसे कई बिन्दुओं पर पूछताछ की और अहम जानकारियां हासिल की।विसरा रिपोर्ट के बाद पुलिस भी इस सवाल का जवाब ढूढ़ने में लगी हुई है कि आखिर अदिति के पास थाइमेट कहां से आया ? सदर डीएसपी ने कहा कि अब पुलिस के लिये यह चुनौती बन गया है कि वह यह पता लगाये की आखिर थाइमेट आया कहां से।उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस कुछ अन्य लोगों से भी नये सिरे से पूछताछ कर सकती है।विसरा रिपोर्ट में अदिति की मौत का कारण थाइमेट खाने से होने की बात कही गयी है जबकि लंच बाक्स एवं वाटर बोतल की फोरेसिंक जांच में किसी भी तरह के जहरीला पदार्थ पाए जाने से साफ इंकार किया गया है।पुलिस विसरा रिपोर्ट आने के बाद पुलिस एक बार फिर उन शिक्षकों से नये सिरे से पूछताछ कर सकती है जिनके बयान घटना के बाद पुलिस द्वारा दर्ज किये गये थे।पुलिस अब विसरा रिपोर्ट के आधार पर उन्हें नये सवालों से घेरने की तैयारी में लगी हुई है।

रिपोर्ट:-धर्मेन्द्र सिंह 

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