जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने छठ घाटों का किया निरीक्षण; पदाधिकारियों को तत्परता से कार्य करने का दिया निदेश।…
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/सुरक्षा प्रोटोकॉल एवं भीड़-प्रबंधन के अनुसार तैयारी में मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने का डीएम व एसएसपी ने दिया निदेश
छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की हर सुविधा का ख्याल रखा जाएगा; सभी छठ घाटों तक आवागमन सुचारू एवं सुगम रहेगाः डीएम व एसएसपी
जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री राजीव मिश्रा द्वारा वरीय पदाधिकारियों के साथ आज गायघाट से दीदारगंज तक सभी छठ घाटों का निरीक्षण किया गया तथा छठ महापर्व, 2024 की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।
जिलाधिकारी द्वारा पूजा समिति के सदस्यों से वार्ता की गई। साथ ही आम लोगों से भी फीडबैक लिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की हर सुविधा का ख्याल रखा जाएगा। सभी छठ घाटों तक आवागमन सुचारू एवं सुगम रहेगा। अधिकारियों को सुरक्षा प्रोटोकॉल एवं भीड़-प्रबंधन के अनुसार तैयारी में मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि निरीक्षण का एक राउण्ड पूरा हो गया है। गंगा नदी के नासरीगंज से दीदारगंज तक अनेक अच्छे घाट निकले हैं। 109 घाटों पर प्रशासन द्वारा तीव्र गति से बेहतरीन तैयारी की जा रही है। इन सभी घाटों को 21 सेक्टर में बांट कर सेक्टर पदाधिकारियों तथा सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व तथा नगर कार्यपालक पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण में तेजी से तैयारी चल रही है। छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए हर तरह की प्रशासनिक सुविधा रहेगी। जैसे-जैसे गंगा का जल-स्तर घट रहा है वैसे-वैसे सुरक्षात्मक तथा सुविधा के दृष्टिकोण से सारी व्यवस्था की जा रही है। दीपावली के शीघ्र बाद मानकों के अनुरूप बैरिकेडिंग प्रारंभ किया जाएगा। खतरनाक घाटों को लाल कपड़ा से घेरा जा रहा है। अनुपयुक्त एवं खतरनाक घाटों पर भी दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी ताकि लोग उधर न जाएं।
अधिकारियों द्वारा आज गायघाट से प्रारंभ कर लगभग बारह किलोमीटर की दूरी तय करते हुए दीदारगंज घाट तक निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा ढ़ाई घंटा तक करीब 40 घाटों पर एक-एक कर पैदल भ्रमण किया तथा गंगा का जल-स्तर, घाट निर्माण की स्थिति, एप्रोच रोड, साफ-सफाई, सुरक्षा-व्यवस्था, भीड़-प्रबंधन, यातायात प्रबंधन सहित सभी बिन्दुओं पर तैयारियों एवं प्रबंध का जायजा लिया गया तथा आवश्यक निदेश दिया गया। गायघाट, कंटाही घाट, भद्र घाट, महावीर घाट, नौजर घाट, कॉलोनी घाट, दुल्ली घाट, सीढ़ी घाट, आदर्श घाट, मित्तन घाट, सीता घाट, खाजेकलां घाट, टेढ़ी घाट, महाराज घाट, केशव राय घाट, मिरचाई घाट, हीरानंद साह घाट, झाउगंज घाट, चिमनी घाट, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज घाट-क़िला घाट, कंगन घाट, खिड़की घाट, पत्थर घाट, अदरक घाट, गडे़रिया घाट, पिरदमरिया घाट, नंदगोला घाट, नुरूद्दीनगंज घाट, बुंदेलटोली घाट, दमराही घाट, शरीफागंज घाट, दीदारगंज घाट सहित सभी छोटे-बड़े घाटों पर पैदल चलकर जिलाधिकारी ने घाटों की वर्तमान स्थिति तथा व्यवस्था का अवलोकन किया, संरचनाओं को देखा एवं आवश्यक निदेश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि 05 नवम्बर को नहाय-खाय से छठ महापर्व का अनुष्ठान हो रहा है। इससे पूर्व सभी तैयारी सम्पन्न कर ली जाएगी। सेक्टर पदाधिकारियों के 21 दल द्वारा 109 घाटों पर लगातार कैम्प कर सभी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा जिलाधिकारी डॉ. सिंह के संज्ञान में लाया गया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष गंगा नदी में पानी का स्तर लगभग 01 मीटर अधिक रहेगा। जल-स्तर तेजी से घट रहा है। इस वर्ष 7 नवम्बर को संध्या अर्घ्य के दिन जल-स्तर गाँधी घाट पर लगभग 44 मीटर रहने की संभावना है। विगत वर्ष संध्या अर्घ्य के दिन दिनांक 19 नवम्बर, 2023 को गाँधी घाट पर यह 43.43 मीटर था। वर्ष 2022 में छठ महापर्व के दिन गंगा नदी का जलस्तर गाँधी घाट पर 46.5 मीटर था। गंगा नदी का जलस्तर आज दिनांक 30 अक्टूबर, 2024 को सुबह 06ः00 बजे दीघा घाट पर 46.18 मीटर एवं गाँधी घाट पर 45.16 मीटर था। जिलाधिकारी ने कहा कि औसतन 8-9 सेंटीमीटर प्रतिदिन जलस्तर कम हो रहा है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अभी की तुलना में छठ के समय तक लगभग 70 सेंटीमीटर जलस्तर कम होने की संभावना है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निदेश दिया कि जलस्तर पर लगातार नज़र रखें। घटने की प्रवृति के अनुसार सभी प्रशासनिक तैयारी सुनिश्चित करें। जिन-जिन घाटों पर कटाव अधिक है उस पर नजर रखें। पक्के घाटों पर से मिट्टी तथा गाद पूरी तरह हटाने का निदेश दिया गया है। पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि सभी घाट पर सुरक्षात्मक बैरिकेडिंग एवं साइनेज लगाया जाए। बैरिकेडिंग मानकों के अनुरूप रखना सुनिश्चित करें। सुरक्षा के दृष्टिकोण से नदी के किनारे से 10 फीट की दूरी तक 5 फीट से ज्यादा गहरा पानी नहीं होना चाहिए। अन्य मानकों का भी अनुपालन करते हुए खतरनाक घाटों को चिन्हित कर लाल रंग के कपड़ा से घेर दें ताकि श्रद्धालु उधर न जाएं। सभी घाटों पर बड़े-बड़े अक्षरों में घाटों का नाम एवं वाच टावरों तथा अन्य सुरक्षात्मक संरचनाओं का नम्बरिंग करने का निदेश दिया गया। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम की तैनाती करने के साथ सम्पूर्ण आपदा प्रबंधन तंत्र को 24×7 क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि गंगा नदी में पानी घट रहा है। इस वर्ष छठ पूजा के दिन जल-स्तर विगत वर्ष की तुलना में लगभग एक मीटर अधिक रहने की संभावना है। गंगा के जल-स्तर में कमी एवं घाटों की भौतिक स्थिति को देखते हुए छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा सभी तैयारी की जा रही हैं। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पानी घटने से दलदल की स्थिति उत्पन्न होती है। जिलाधिकारी ने सेक्टर पदाधिकारियों तथा नगर कार्यपालक पदाधिकारी को निदेश दिया कि सुविधा तथा सुरक्षा के दृष्टिकोण से सैण्डबैग का प्रयोग किया जाए।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निदेश दिया कि घाट के सभी शौचालयों एवं रनिंग वाटर की व्यवस्था की जाँच कर इसे कार्यकारी बनाएँ। घाट के पाथवे पर बने स्ट्रक्चर एवं घाट के किनारे जितने भी सरकारी/निजी भवन हैं, सभी को ब्लू लाईट से सजाने की कार्रवाई की जाए। जेपी गंगा पथ के रेलिंग पर नजदीक घाट की तरफ ब्लू लाईट लगाने का निदेश दिया गया।
आज के निरीक्षण के दरम्यान जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को जुडिशियल एकेडमी घाट पर दलदल को लेवल करने तथा पहुँच पथ पर आवश्यकतानुसार बैरिकेडिंग करने का निदेश दिया गया। गाँधी सेतु ब्रिज के नीचे मिट्टी का ऊँचा ढेर लगा हुआ है, जिसको फैलाकर स्लोप बनायेंगे, ताकि श्रद्धालुओं का आवागमन में परेशानी नहीं हो। नीचे बाँस से बैरिकेड किया गया है जो अनुपयुक्त है। बैरिकेड को तत्काल हटाने का निदेश दिया गया ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा नहीं हो। एक तरफ से चेंजिंग रूम का निर्माण करने का निदेश दिया गया।
गायघाट पर सम्पर्क पथ के किनारे नीचे में नियंत्रण कक्ष बनाया जा रहा है, जिससे सम्पर्क पथ संकीर्ण हो रहा है। जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को निदेश दिया गया कि नियंत्रण कक्ष को हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कर रास्ता चौड़ा किया जाय।
कंटाही घाट पर अंडरपास से रास्ता है, जिससे होकर श्रद्धालु छठ करके जाते हैं, परन्तु सम्पर्क पथ पर पानी का जमाव है एवं दलदल भी है। पानी को कटाव कर निकासी की व्यवस्था कर सम्पर्क पथ निर्माण करने का निदेश दिया गया। सुरक्षा के सभी मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।
भद्र घाट पर मुख्य पथ को बाँस से बैरिकेड किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं के आवागमन में असुविधा हो सकती है। जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को निदेश दिया गया कि बैरिकेड को तत्काल हटाया जाय और आवागमन के लिए खुला रखा जायेगा। महावीर घाट पर दलदल है एवं पानी की गहराई अधिक है। जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को निदेश दिया गया कि दलदल का समतलीकरण करेंगे तथा पानी की गहराई की जाँच कर सुरक्षा के दृष्टिकोण से पानी में बैरिकेडिंग करेंगे। सम्पर्क पथ को समतल करेंगे।
चित्रगुप्त मंदिर घाट पर दलदल है एवं पानी की गहराई अधिक है। अधिकारियों को निदेश दिया गया कि दलदल का समतलीकरण करेंगे तथा पानी की गहराई की जाँच कर सुरक्षा के दृष्टिकोण से पानी में बैरिकेडिंग करेंगे। सम्पर्क पथ की ऊँचाई ज्यादा है। निदेश दिया गया कि समतलीकरण कर सम्पर्क पथ को सुविधाजनक बनाया जाय।
खाजेकला घाट पर श्रद्धालुओं के आने एवं जाने का एक ही रास्ता है। जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को निदेश दिया गया कि अत्यधिक भीड़ होने पर सतर्कता बरती जाय। घाट को पश्चिम तरफ से बैरिकेड कर रास्ता को बंद रखा जायेगा। एप्रोच पथ पर दो डस्टबिन रखा पाया गया, जिसे हटाने का निर्देश दिया गया।
कंगन घाट पर शौचालय/पेयजल की व्यवस्था हेतु निदेशित किया गया। पेयजल के लिए पानी की टंकी एवं मोटर लगवाने का निदेश दिया गया। दीदारगंज बालु घाट पर दलदल को समतलीकरण करने का निदेश दिया गया। पानी के तेज धारा के कारण मिट्टी का कटाव हो रहा है। जांचोपरांत ही बैरिकेडिंग का निर्माण करने का निदेश दिया गया। पार्किंग की अच्छी व्यवस्था रखने का निदेश दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए डेडिकेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान रहेगा। एप्रोच पथ सुगम एवं अवरोधमुक्त रहेगा। घाटों की बैरिकेडिंग समय से पूरी हो जाएगी। बैरिकडिंग के उपर जाली भी लगा रहेगा। सभी घाटों पर प्रकाश की व्यवस्था अच्छी रहेगी। यात्री शेड की भी काफी अच्छी व्यवस्था रहेगी। मार्गों, घाटों एवं रिवरफ्रंट पर सीसीटीवी कैमरा से निगरानी की जाएगी। बड़े घाटों पर ड्रोन से गतिविधियों पर नजर रखा जाएगा। सभी घाटों पर वाच टावर एवं नियत्रंण कक्ष की स्थापना की जा रही है। मजिस्ट्रेट एवं फोर्स का डेपुटेशन रहेगा। एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ के साथ-साथ रिवर पेट्रोलिंग भी क्रियाशील रहेगा। मेडिकल टीम भी तैनात रहेगा।
डीएम डॉ सिंह ने कहा कि वे सायं काल भी छठ घाटों का निरीक्षण करेंगे एवं प्रकाश की व्यवस्था सहित अन्य तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
डीएम डॉ. सिंह ने सेक्टर पदाधिकारियों को कार्यकारी एजेसियों से योजनाबद्ध एवं समयबद्ध ढंग से कार्य कराने का निदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों को पूजा समितियों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक प्रबंधन सुनिश्चित करने को कहा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रशासन मुस्तैद है। फूलप्रूफ (त्रुटिहीन) व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था तथा सुचारू यातायात-प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, पटना श्री समीर सौरभ, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सिटी अपर पुलिस अधीक्षक, पटना सिटी, विशिष्ट पदाधिकारी अनुभाजन, जल संसाधन विभाग, पीएचईडी/भवन निर्माण के अभियंतागण, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, संबंधित घाटों के सेक्टर पदाधिकारी, पूजा समिति के सदस्य तथा अन्य भी उपस्थित थे।