नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं के साथ माता सावित्री बाई फुले जी का जन्म दिन मनाया गया।।…
गुड्डू कुमार सिंह:-गडहनी। माता सावित्री बाई कोचिंग संस्थान बगवां (प्रखंड गड़हनी) में सावित्री फुले का 189 वाँ जयंती केक काटकर धूम धाम से मनाया गया।जिसमे बच्चों एवं शिक्षकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। संस्थान के डायरेक्टर विजय मेहरा ने इस मौके पर बच्चों को शिक्षा का संदेश दिए एवं सावित्रीबाई के मार्ग पर चलकर देश में शिक्षा के स्तर को उन्नत करने का संदेश दिए।वहीं उन्होने कहा कि माता सावित्रीबाई फुले ने स्त्री अधिकारों एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए उन्हें आधुनिक के काव्य का अग्रदूत माना जाता है।शिक्षा ही बदलाव का मजबूत औजार है क्योंकि अशिक्षित व्यक्ति न तो अपने अधिकार समझता है और न शिक्षा के प्रति रुचि, इन्होंने 1 जनवरी 1848 से 15 मार्च 1852 की अवधि में पुणे और उसके आसपास अट्ठारह विद्यालय स्थापित किए। यह देश की पहली महिला शिक्षिका थी जिन्होंने महिलाओं के लिए शिक्षा के साथ साथ गुलामी प्रथा,अल्पसंख्यकों को शिक्षा के मुख्य धारा से जुड़ने का भी काम किए। भारत सरकार ने इनके योगदान को देखते हुए। 10 मार्च 1998 को सावित्रीबाई पर डाक टिकट जारी किया, महाराष्ट्र सरकार ने 2015 में पुणे विश्वविद्यालय का नाम बदल कर सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी कर उनकी स्मृति को चिरस्थाई कर दिया।माता सावित्री बाई कोचिंग संस्थान का नये बैच की शुरुआत 17 जनवरी 2022 से पाठयक्रम के आधार पर की जाएगी एवं नामांकन 4 जनवरी 2022 से प्रारंभ हैं।इस मौके पर रमेश चंद्र रवि, चंदन जी, अविनाश जी, शिव प्रकाश जी ,अर्जुन जी ,एवं सैकड़ों विद्यार्थियों के साथ बहुत सारे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे