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सफलता अंतिम नहीं, विफलता हमेशा के लिए नहीं : कुलपति

एमिटी यूनिवर्सिटी झारखंड (Amity University Jharkhand) के तीसरे दीक्षा समारोह में सम्मानित हुए विद्यार्थी


रांची : एमिटी यूनिवर्सिटी झारखंड (Amity University Jharkhand) का तीसरा दीक्षा समारोह नयासराय स्थित कैंपस में हुआ। समारोह में कुल 321 छात्रों ने अपनी डिग्री प्राप्त की। जिनमें से 21 को मानवीय और पारंपरिक मूल्यों के लिए प्रतिष्ठित श्री बलजीत शास्त्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा मेधावी छात्रों को 9 स्वर्ण, 10 रजत और 3 कांस्य पदक प्रदान किए गए। समारोह में अतिरिक्त प्रशंसा और प्रमाण पत्र की प्रस्तुति भी शामिल थी। जिसमें एक सर्वश्रेष्ठ आलराउंड छात्र ट्राफी, 3 प्रशंसा प्रमाण पत्र और एक डा. अशोक के. चौहान शत प्रतिशत छात्रवृत्ति शामिल थी।

यूनिवर्सिटी के चांसलर डा. अतुल के. चौहान ने उन छात्रों पर गर्व व्यक्त किया, जिन्होंने इस दिन डिग्री प्राप्त की। उन्होंने संस्थापक की अथक प्रतिबद्धता और मेहनती प्रयासों को याद किया। कहा कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है। उन्होंने छात्रों को माता-पिता के आशीर्वाद के महत्व की याद दिलाते हुए निष्कर्ष निकाला और उन्हें उत्कृष्टता के लिए प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं एमिटी एजुकेशन ग्रुप के वरिष्ठ उपाध्यक्ष यू. रामचंद्रन ने संस्थापक अध्यक्ष के प्रति आभार व्यक्त किया।

एमिटी ग्रुप आफ स्कूल्स की चेयरपर्सन अमिता चौहान और एमिटी युनिवर्सिटी झारखंड के चांसलर और सभी कर्मियों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। कुलपति डा. अशोक के. श्रीवास्तव ने छात्रों को अपने संबोधन में उच्च लक्ष्य निर्धारित करने और उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के महत्व पर जोर दिया। वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते कहा कि युनिवर्सिटी लगातार कई पहचानों के साथ सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रही है। उन्होंने छात्रों को चुनौतियों और असफलताओं को स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा सफलता अंतिम नहीं है विफलता हमेशा के लिए नहीं है। उत्सव और उपलब्धि के माहौल के बीच 2023 की कक्षा के स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों छात्रों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।

समारोह में सम्मानित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मंच पर गौरव गुप्ता, उपाध्यक्ष, राकेश जैन, उपाध्यक्ष, एमिटी एजुकेशन ग्रुप और मंच से बाहर डा. प्रीति साहनी, कंट्री हेड, एमिटी इंफार्मेशन सेंटर और एमिटी ग्लोबल बिजनेस स्कूल (मार्केटिंग और संचालन) और पुरस्कार विजेताओं के अभिभावक मौजूद रहे। मानद डाक्टरेट उपाधि प्राप्तकर्ता वेदांता लिमिटेड के अध्यक्ष-रणनीति एवं नीति सुनील दुग्गल ने यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने स्नातकों को प्रेरित करते हुए कहा सपने देखने और दृढ़ रहने का साहस करना महत्वपूर्ण है क्योंकि अवसर आएंगे…। एक नया जीवन शुरू करने और एक नई दिशा में आगे बढ़ने के लिए आकाश ही सीमा है। अनिल जैन, प्रबंध निदेशक, उद्योग रणनीति प्रमुख, ग्लोबल नेटवर्क, एक्सेंचर ने मानद डाक्टरेट की उपाधि प्राप्त करते छात्रों के साथ साझा किया कि किसी की ताकत उसकी क्षमताओं में विश्वास में निहित है।

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