किशनगंज : सदर अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादुरगंज का 09 एवं 10 दिसंबर को किया जायेगा कायाकल्प अंकेक्षण
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की पहल, सदर अस्पताल और बहादुरगंज सीएचसी में हुआ व्यापक सुधार

किशनगंज, 07 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कायाकल्प योजना की शुरुआत स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने, संक्रमण नियंत्रण को बढ़ावा देने और मरीजों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के लिए की गई थी। इसका उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट और मरीजों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों के बेहतर व्यवहार को प्रोत्साहित करना है। जिले में कायाकल्प योजना के तहत इस वर्ष सदर अस्पताल और बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का राज्यस्तरीय अंकेक्षण होना है। इन दोनों संस्थानों में स्वच्छता, आधारभूत संरचनाओं और मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का गहन मूल्यांकन किया जाएगा। सदर अस्पताल और बहादुरगंज सीएचसी में कायाकल्प मानकों को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर सुधार कार्य किए गए हैं।
शनिवार को सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने कहा, “हमने यह सुनिश्चित किया है कि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलें और स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की कमी न हो। स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, और मरीजों की संतुष्टि के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। अस्पतालों में पानी, बिजली, और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है, और स्वास्थ्यकर्मियों को नियमित रूप से प्रशिक्षित किया गया है।
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. अनवर हुसैन ने कहा कि हमने अस्पताल के हर कोने को कायाकल्प मानकों के अनुरूप बनाने का प्रयास किया है। स्वच्छता, शौचालयों की सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट और मरीजों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। हमारा उद्देश्य मरीजों को एक ऐसा वातावरण प्रदान करना है जो उनकी देखभाल और उपचार को बेहतर बनाए।
बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रिजवाना तबस्सुम ने बताया, कि सीएचसी में स्वच्छता और मरीजों की संतुष्टि पर विशेष ध्यान दिया गया है। स्वास्थ्यकर्मियों को यह सिखाया गया है कि वे मरीजों के साथ सहज और विनम्र व्यवहार करें, क्योंकि इससे उपचार प्रक्रिया अधिक प्रभावी होती है। हम हर मरीज को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भी पिछले वर्षों की तुलना में गुणात्मक सुधार हुए हैं। हालांकि, सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने यह स्वीकार किया कि अभी भी कई क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिले के हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, यह हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए नियमित मॉनिटरिंग और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण देना आवश्यक है। स्थानीय स्तर पर चिकित्सा पदाधिकारियों के नेतृत्व में लगातार सुधार कार्य किए जा रहे हैं।
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि कायाकल्प योजना सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को सुधारने और मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। यह न केवल स्वास्थ्य केंद्रों को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाता है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार करता है। जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर इस दिशा में हरसंभव प्रयास कर रहा है। हमें विश्वास है कि हमारे जिले के स्वास्थ्य संस्थान राज्यस्तरीय अंकेक्षण में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। कायाकल्प अंकेक्षण का उद्देश्य न केवल स्वास्थ्य संस्थानों की रैंकिंग में सुधार करना है, बल्कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित सेवाएं उपलब्ध कराना है। जिले के स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के संयुक्त प्रयास से यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं को नई ऊंचाई पर ले जाने में मददगार साबित होगी।