पूर्णिया पुलिस ने की फर्जी आर्म्स लाइसेंस और अवैध हथियार बरामद, सात गिरफ्तार..

पूर्णिया/धर्मेंद्र सिंह दोनाली बंदूक ने खोल कर रख दी फर्जी लाइसेंस और अवैध हथियारों की पूरी कहानी।बड़े-बड़े सफेदपोश आ गये है जांच एजेंसी की नजर में।बताते चलें कि अवैध हथियारों की तस्करी के मामले में बिहार के सीमांचल को पहले पूरी तरह सेफ जोन कहा जाता था।लेकिन जब से यूबीजीएल जैसे अत्याधुनिक और खतरनाक हथियार पूर्णिया में पकड़ाये गए है तब से हथियार तस्कर की कमर ही टूट गई है।इस घटना के बाद देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी ने इस इलाके को अपनी रडार में ले ली है।बताते चलें कि पिछले दिनों पूर्णिया के बस स्टेंड में तीन लोग एक दुनाली बंदूक को लेकर हंगामा कर रहे थे।लोगों ने इसकी सूचना के0 हाट सहायक थानाध्यक्ष अमित कुमार को दी।घटना की सूचना मिलते ही के0 हाट सहायक थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंच कर तीनो लोगों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया।लेकिन मामला तब गरमाया जब गिरफ्तार हुए तीनो लोगों ने अपना मुंह खोला।बताते चलें कि जब के0 हाट सहायक थानाध्यक्ष ने उस दोनाली बंदूक की जांच की तो पता चला कि बंदूक का लाइसेंस ही फर्जी है और हथियार भी अवैध है।फिर जब इस बारे में तीनों से जब पूछताछ हुई तो ये सुनकर पुलिस के होश ही उड़ गये।बताते चलें कि तीनों गिरफ्तार किए गए युवक पूर्णिया में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते है।उन लोगों की बातें सुनकर पुलिस के आलाधिकारी भौंचक्के रह गए।पुलिस कप्तान विशाल शर्मा के नेतृत्व में फर्जी आर्म्स लाइसेंस और अवैध हथियारों की जांच शुरू की गई।पुलिस ने गिरफ्तार हुए तीनो सुरक्षा गार्ड के निशानदेही पर रात भर छापेमारी की जिसमें अधिकतर जगहों पर पुलिस को फर्जी आर्म्स लाइसेंस और अवैध हथियार बरामद हुए।सूत्रों की माने तो पुलिस इस मामले को काफी गम्भीरता से लेते हुए काफी एहतियात बरत रही है।जानकारी के मुताबिक इस सिंडिकेट में अभी कई सफेदपोशों के नाम उजागर होने वाले है।पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी बताने से परहेज कर रही है।