ठाकुरगंज : रोजगार सेवक मनरेगा कार्य में करवा रहे है लीपा पोती, कार्य होने के बाद नहीं लगाया जा रहा है सूचना पट।

मनरेगा के लूट में है छूट
- मनरेगा में भरपूर भ्रष्टाचार का खेल।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत तातपौआ पंचायत में भेलागुरी को बिदीभिटा गांव को जोड़ने वाली कच्ची सड़क में मिट्टी पटाई कार्य के नाम पर लीपा पोती की गई है। मनरेगा योजना के नाम पर पंचायत में लूट मची हुई है और काम इस तरीके से किया जा रहा है कि मानो खानापूर्ति कर सिर्फ और सिर्फ पेमेंट करवाना है। आप भी यह देखकर और जानकर हैरान हो जाएंगे कि सड़क में मिट्टी पटाई के नाम पर योजना का दुरुपयोग किया जा रहा है और योजना में लूट कसोट मची हुई है। तस्वीरों में आप देख पा रहे हैं कि किस तरीके से सड़क में मिट्टी पटाई किया गया है कि सड़क पर उगे हुए घास भी मिट्टी पटाई के बाद नजर आ रहे हैं। वही सड़क की मिट्टी पटाई की मोटाई दिखाने के लिए सड़क के दोनों किनारों को ही छील दिया गया है ताकि सड़क में मिट्टी पटाई का कार्य मोटा देखें, चालाकी के मामले में यह लोग सबको पीछे छोड़ चुके हैं। रोजगार सेवक मनरेगा योजना के नाम पर लूट और भ्रष्टाचार मचा कर रख दिए हैं वही मनरेगा अंतर्गत सड़क में मिट्टी पटाई के बाद भी अब तक सूचना पट नहीं लगाया गया है और सूचना पट ना लगाना जनता से कहीं ना कहीं योजना की जानकारी छुपाना है। आपको जानकर यह हैरानी होगी कि जब मनरेगा कार्य में अनियमितता पकड़ी जाती है तब कहा जाता है कि अभी कार्य चल ही रहा है असल में वह कार्य पूर्ण हो चुका होता है अगर अनियमितता नहीं पकड़ी गई तो सूचना पट्ट लगाकर पेमेंट करवा दिया जाएगा और किसी को कानों कान खबर भी नहीं होगी। ग्रामीण मजदूरों को सरकार द्वारा मनरेगा योजना अंतर्गत सौ दिन गारंटी रोजगार दिया जाना और गांव में मनरेगा के तहत मिट्टी के कई कार्य जिससे गांव का विकास भी हो किया जाना है लेकिन योजना के नाम पर रोजगार सेवक द्वारा लूट मची हुई है। तातपौआ पंचायत के कथित वार्ड नंबर 3 में भी सड़क में मिट्टी पटाई के नाम पर लीपापोती ही नजर आ रही है जैसा कि आप तस्वीरो में देख पा रहे हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर रोजगार सेवक राकेश कुमार ने बताया कि सड़क लंबाई एक सौ फीट है, सड़क की चौड़ाई दस फीट है और सड़क में पटाई गई मिट्टी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कितना मिट्टी पटाई किया गया होगा ? एक फीट करीब मिट्टी पटाई का कार्य हुआ होगा। रोजगार सेवक राकेश कुमार ने कहा कि आप लोग मनरेगा योजना के बारे में खोद खोद कर पूछते हैं। अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या मनरेगा योजना के तहत सड़क में मिट्टी पटाई का कार्य में सूचना पट्ट लगाना चाहिए या नहीं अगर लगाना चाहिए तो क्यों नहीं लगा है ? अगर सड़क में मिट्टी पटाई एक फीट तक किया गया है तो फिर सड़क में उगे हुए घास मिट्टी पटाई के बाद भी क्यों दिख रहे हैं ? और सड़क के दोनों किनारों को क्यों छील दिया गया है ? जो उच्च स्तरीय जांच का विषय है।