प्यासे को पानी नहीं ,अधिकारी को वक्त नहीं
सुमितकुमार मिश्रा टिकारी अनुमंडल कार्यालय में आने वाले लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पाता अपनी समस्याओं को लेकर अनुमंडल कार्यालय में आने वाले लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पाना यह बतलाने के लिए काफी है कि अधिकारी या प्रशासन व्यवस्था उनके लिए कितना संवेदनशील है। इस विषय को लेकर मीडिया में खबर आने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया जाना भी हैरत की बात है
कार्यालय में लखीबाग से आए जितेंद्र शर्मा ने बताया कि वे जमीन मापी से संबंधित मामले को लेकर कार्यालय आए थे परंतु यहां आकर सबसे बड़ी समस्या पीने का पानी बन गया पूरे अनुमंडल परिसर में पीने का पानी उपलब्ध नहीं है । बगल के अंचल कार्यालय में कोई चापाकाल नहीं है लाखों के कीमत से बने हुए प्याऊ खराब पड़े हैं कोई उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है
वहां पर उपस्थित ग्रामीणों का कहना था कि पानी पीने उन्हे बार एसोसिएशन परिसर में जाना पड़ता है या फिर अनुमंडल मोड़ पर जाकर दुकानों में पानी पीना पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना था कि जिनकी जिम्मेवारी पूरे अनुमंडल में पेय जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की है ,वे अपने परिसर की भी सुध नहीं ले पा रहे हैं।