नालंदा : बिचौलियों के चंगुल में करायपरसुराय अंचल कार्यालय

नालंदा/सोनू कुमार यादव, करायपरसुराय अंचल कार्यालय इन दिनों बिचौलियों का अड्डा बन गया है।बिचौलियों के बढ़ते प्रभाव से अधिकारी कुछ सुनने को तैयार को तैयार नहीं है, जिस कारण आमजन परेशान है।वर्तमान समय में प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, फसल बीमा योजना सहित अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ हेतु अंचल कार्यालय या राजस्व कर्मचारी के पास दाखिल खारिज, रैयतीकरण, राजस्व रसीद की प्राप्ति सहित जमीन से जुड़े अन्य कार्यों के लिए ग्रामीण जाते है तो कर्मचारी हो या अधिकारी सीधे मामले को बिचौलियों के हवाले कर देते है।उसके बाद बिचौलिए पैसे के चक्कर में दौड़ाना शुरू कर देते है।अधिकारी राजस्व रसीद हेतु ऑनलाइन रसीद कटवाने हेतु निर्देश देते है, लेकिन ऑनलाइन रसीद लेने पर अधिकांश लोगों के भूमि विवरण अधूरा रहने के कारण रसीद पर खाता, प्लॉट, एराजी अंकित नहीं हो पाता है।ऐसी परिस्थिति में किसान मैनुअल रसीद कटवाने हेतु कर्मचारी के पास जाने को मजबूर हो जा रहे है।रसीद पर अंकित राशि का सौ गुना तक वसूली की जाती है।जिसमें सीओ बसन्त कुमार ने चार अपना नजदीकी पांच बिचौलियों को पैदा कर दिया जिससे क्षेत्र चर्चा का बिषय बना हुआ है।सूत्रों से मिली जनकारी के अनुसार अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीण सड़क पर उतरने को मजबूर हो रहे है।प्रतिदिन सीओ के बिचौलियों से संबंधित सैकड़ों कारनामे सुनने एवं देखने को मिलते है।संबंध में विस्तृत प्रतिवेदन तैयार कर राजस्व मंत्री व मुख्य सचिव बिहार को भेजा गया।