मोतिहारी : CBI ने 90 हजार रिश्वत लेते हुए कस्टम सुपरिटेंडेंट पकड़ा, कंप्यूटर ऑपरेटर को भी दबोचा।

व्यवसायी की शिकायत पर इंस्पेक्टर आशीष कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में आयी सीबीआई पटना की सात सदस्यीय टीम दोनों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी। गिरफ्तार सुप्रीटेंडेंट दीपक चौधरी कस्टम प्रिवेंटिव व एओ के चार्ज में थे, जबकि आनन्द कुमार कस्टम ऑफिस में कम्प्यूटर ऑपरेटर था।
- सीबीआई इंस्पेक्टर आशीष कुमार पाण्डेय ने बताया कि व्यवसायी के पास पकड़े गए ट्रक पर लोड माल का जीएसटी सहित वैध कागजात थे। फिर भी ट्रक छोड़ने के लिए कस्टम अधीक्षक दीपक चौधरी रिश्वत की मांग कर रहे थे। व्यवसायी ने 31 दिसम्बर 2021 को पटना में सीबीआई के एसपी से इसकी शिकायत की थी।
पटना/डेस्क-धर्मेन्द्र सिंह, मोतिहारी में रिश्वतखोर कस्टम अधिकारी सीबीआई के हत्थे चढ़ा है। मोतिहारी कस्टम सुपरिटेंडेंट दीपक चौधरी और कंप्यूटर ऑपरेटर आनंद कुमार ट्रक को छोड़ने के नाम पर 90 हजार रुपया के रिश्वत लेते सीबीआई ने रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ है। रिश्वतखोर कस्टम सुपरिटेंडेंट दीपक चौधरी कस्टम प्रिवेंटिव और एओ के भी चार्ज में था। आपको मालूम हो कि ढाका थाना क्षेत्र के जमुआ निवासी रिंकू जयसवाल के समान से लदे ट्रक को कस्टम के अधिकारियों ने जप्त किया था, जबकि सामान का सारा लीगल पेपर रिंकू के पास था सभी पेपर दिखाने के बाद भी कस्टम सुपरिटेंडेंट के द्वारा ट्रक छोड़ने के नाम पर मोटी रिश्वत का डिमांड किया गया, जिसके बाद रिंकू ने सीबीआई पटना के अधिकारियों से संपर्क किया। इसके बाद उनके बताए रास्ते पर चलते हुए उसने रिश्वत के 90 हजार रुपया देने को तैयार हो गया। वहीं रिश्वत का पैसा आज देने कार्यालय पहुंचा था। सीबीआई के अधिकारी कार्यालय के चारों तरफ फैले हुए थे, रिंकू ने जैसे ही रिश्वत का पैसा दिया वैसे ही सीबीआई की टीम ने रिश्वत के पैसे के साथ गिरफ्तार कर लिया, गिरफ्तार करने के साथ ही टीम दोनों घूसखोर अधिकारी और कर्मी को अपने साथ पटना लेकर चली गई, छापेमारी टीम में इंस्पेक्टर राजेश पांडे, आशीष कुमार सहित 08 कर्मी शामिल थे।