बेटी को वापस लाने को मां लगा रही है गुहार,
एसडीओ ने लिया संज्ञान,की थानाध्यक्ष से बात
टिकरी से सुमित कुमार मिश्रा। पंचानपुर थाना क्षेत्र के बाला बिगहा उल्टेन पर की मुन्नी देवी अपनी नाबालिग बेटी की खोज में पिछले दो तीन माह से पुलिस अधिकारियों का दरवाजा खटखटाती फिर रही है पर उसकी बेटी का कुछ भी अता पता नहीं मिल रहा है। बुधवार को गुहार लगाने जब वह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के कार्यालय पहुंची तो उपस्थित कर्मियों ने उसे झिड़ककर भगा दिया। रुआंसी महिला मुन्नी देवी जब उनके दफ्तर से निकलकर बाहर आई तो वह बहुत व्यथित थी जिसकी सूचना किसी ने एसडीओ सुजीत कुमार को दी। एसडीओ श्री कुमार ने तुरंत इस बात का संज्ञान लिया और खुद अपने कार्यालय कक्ष से बाहर निकल कर परिसर में आए और उस महिला को अपने कक्ष में बुलाया सारी बात सुनी और उसके बाद पंचानपुर थाना से बात कर मामले पर गंभीरता से कारवाई करने का निर्देश दिया और स्वयं कर्मी भेजकर पीड़िता मां का आवेदन डीएसपी कार्यालय में जमा करवाया। और उस महिला को आश्वस्त किया कि आपके आवेदन पर करवाई होगी। एसडीओ श्री कुमार के इस व्यवहार से पीड़िता आश्चर्यचकित थी और खुश भी कि अब उसकी बेटी का कोई न कोई सुराग पुलिस खोज ही लेगी। पीड़िता मां मुन्नी देवी ने बताया कि उसकी बेटी का अपहरण एक मार्च को कर ली गई थी। उसने बताया कि मुफस्सिल थाना के पोस्ट खंजरापुर के बरेऊ गांव के महेंद्र मांझी का बेटा मनीष मांझी ने कर लिया जो इनके गांव में ही अपने चाचा मनोज मांझी के घर रहता था। मनीष मांझी की चाची ने लड़की की मां से पैसा मांगा है और उसकी शादी हो जाने की बात भी कहती है ,ऐसा आरोप मुन्नी देवी ने पुलिस को दिए अपने आवेदन में बताया है। श्रीमती मुन्नी का कहना था कि पांच मार्च को मैंने पंचानपुर थाना में आवेदन दिया था तब से लेकर वह पुलिस की झिड़की ही खा रही है जबकि उसने अपनी बेटी के नाबालिग होने का कागजाती प्रमाण आधार कार्ड,मैट्रिक का प्रमाण पत्र आदि भी अपने आवेदन में लगा चुकी है। उसने पंद्रह अप्रैल को एक आवेदन जिला एसएसपी को भी दिया था। परंतु उसे अब तक बेटी की वर्तमान स्थिति की कोई जानकारी नहीं है। मां को भय है कि उसकी बेटी कोई गलत परिस्थिति में न पड़ जाए।