डीएम ने किया कन्या मध्य विद्यालय का औचक निरीक्षण, एमडीएम का लिया जायजा..

उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण का निर्माण सर्वोच्च प्राथमिकता: डीएम
डीएम ने विद्यालय को शत-प्रतिशत अंक दिया, आगे भी इसे जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया
अपने बीच डीएम को पाकर बच्चे काफी गौरवान्वित दिखे*
त्रिलोकी नाथ प्रसाद-जिले के 3,149 विद्यालय एमडीएम से आच्छादित, प्रतिदिन लगभग सवा चार लाख बच्चे होते हैं लाभान्वित
*डीएम ने कहा आगे भी विद्यालयों का औचक निरीक्षण जारी रहेगा*
पटना, वृहस्पतिवार, दिनांक 21.04.2022: जिलाधिकारी, पटना डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि बच्चों के *स्वास्थ्य का उचित देखभाल एवं गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना* सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। वे आज गर्दनीबाग स्थित कन्या मध्य विद्यालय, अमला टोला के औचक निरीक्षण के पश्चात शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों, शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित कर रहे थे। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि जिले में एमडीएम योजना का सफल क्रियान्वयन तथा भोजन के पोषक मानकों और क्वालिटी को सुनिश्चित करना सभी का दायित्व है। इससे खाद्य-सुरक्षा तथा प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षा के सार्वभौमीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
विदित हो कि *डीएम डॉ. सिंह आज पूर्वाहन 10:00 बजे कन्या मध्य विद्यालय, अमला टोला पहुंचे। डीएम के आने की विद्यालय में किसी को पहले से कोई सूचना प्राप्त नहीं थी। उन्होंने रसोई घर की साफ-सफाई का निरीक्षण किया। डीएम डॉ सिंह ने छात्र-छात्राओं के साथ पंक्तिबद्ध होकर मध्याह्न भोजन योजना के तहत पका खाना खाया। भोजन का स्वाद लिया एवं गुणवत्ता की जांच की।* साप्ताहिक मेनू के अनुसार आज चावल, हरी-सब्जी युक्त मिश्रित दाल एवं सलाद बना था। डीएम ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय में साफ-सुथरे ढंग से भोजन पकाने की सुविधा है। सरकार द्वारा समय-समय पर जारी मध्याह्न भोजन मार्गदर्शक सिद्धांतों के अनुरूप विद्यालय में एमडीएम का संचालन हो रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों से बातचीत किया, बच्चे भी भोजन की गुणवत्ता से काफी खुश थे। बच्चों के लिए *स्वच्छ, स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन* की उपलब्धता देखकर डीएम भी अत्यंत प्रसन्न हुए और विद्यालय को एमडीएम योजना के क्रियान्वयन में *शत-प्रतिशत* अंक दिया। उन्होंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षकों एवं रसोइयों को भोजन की गुणवत्ता हमेशा बरकरार रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
*अपने बीच डीएम को पाकर बच्चे काफी गौरवान्वित महसूस कर थे।* *डीएम ने विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।*
डीएम डॉ सिंह ने शिक्षकों से वार्ता की और *रसोइयों* से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि *रसोईया मध्याह्न भोजन योजना के मुख्य आधार-स्तंभ हैं।* डीएम डॉ सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को रसोइयों का मानदेय भुगतान अद्यतन करने का निर्देश दिया।
*डीएम डॉ सिंह ने कहा कि पूरे जिले में 3,149 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय एमडीएम से आच्छादित हैं। प्रतिदिन लगभग 4,25,000 बच्चे इससे लाभान्वित होते हैं।* उन्होंने कहा कि जिले में सुगमता एवं सफलतापूर्वक एमडीएम का संचालन हो रहा है। ऑनलाइन भुगतान की प्रणाली प्रारंभ की गई है। प्रत्येक प्रखंड में इसके अनुश्रवण के लिए प्रखंड संसाधन केंद्र है। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी लगातार अनुश्रवण करते रहते हैं। *डीएम ने विश्वास व्यक्त किया कि बच्चे स्वस्थ एवं सुशिक्षित जीवन व्यतीत करेंगे।*
*डीएम डॉ सिंह ने कहा कि जिले के विद्यालयों में संचालित मध्याह्न भोजन योजना की अनवरत गुणवत्ता एवं मात्रा को सुनिश्चित करने के लिए वह नियमित तौर औचक पर निरीक्षण करते रहेंगे।*