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किशनगंज : जिले के सदर अस्पताल में निर्धारित मानकों के अनुरूप मरीजों को मिलेंगी जरूरी सेवाएं।

विभागीय निर्देश के आलोक में उपलब्ध सेवाओं में गुणात्मक सुधार का प्रयास जारी।

  • निर्धारित दस मानकों के अनुरूप सेवाओं को सुदृढ़ करने को लेकर हो रहे जरूरी प्रयास।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी को लेकर विभागीय स्तर से निरंतर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। मिशन 60 दिवस के तहत जहां अस्पताल में आधारभूत संरचना, स्वास्थ्य सेवाओं को सहज व सुलभ बनाने से लेकर इसे व्यस्थित व सुसज्जित करने की कवायद को अंजाम दिया गया। वहीं विभागीय स्तर से अब मरीजों को दी जानी वाली सेवाओं के सुदृढ़ीकरण को लेकर कुल 10 मानक निर्धारित किये गये हैं। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि विभाग द्वारा सदर अस्पताल में उपलब्ध सेवाओं के उच्च स्तरीय गुणवत्ता के लक्ष्य की प्राप्ति को लेकर मानक संचालन प्रक्रिया का निर्धारण किया गया है। इसे अंतिम रूप देने की कवायद शुरू की जा चुकी है। सिविल सर्जन ने बताया कि कुल 10 मानक निर्धारित किये गये हैं। इसमें अस्पतालों में “मे आई हेल्प यू डेस्क” का संचालन, ओपीडी निबंधन काउंटर पर मरीजों की सहायता के लिये हेल्पर का इंतजाम, अस्पताल के प्रतीक्षालय में अनुमानित औसत उपस्थिति के आधार पर लोगों के बैठने का इंतजाम, टेलीवीजन, पंखा, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सहित अन्य जरूरी इंतजाम किये जाने हैं। 24 गुणा 7 मोड में रक्त अधिकोष के संचालन, डिस्पले के माध्यम से रक्त व कंपोनेंटर की उपलब्धता का सार्वजनिक प्रदर्शन, मेडिकल कचरा प्रबंधन का उचित इंतजाम, अस्पताल संक्रमण समिति का गठन व बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन के लिये कर्मियों को प्रशिक्षित करने की योजना को निर्धारित मानक में शामिल किया गया है। अस्पताल अधीक्षक डॉ अनवर ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में सदर अस्पताल में 2 पाली में ओपीडी का संचालन शुरू किया गया है जिसके तहत ओ.पी.डी का संचालन सुबह एवं शाम दोनों समय होगा . सुबह 9 से 2 बजे दिन तक तथा शाम में 4 से 6 बजे तक किया जा रहा है।गर्मी के दिनों में शाम 4 से 6 बजे तक तथा सर्दियों में 3 से 5 बजे तक किया जाना सुनिश्चित किया गया है। भर्ती मरीजों को देखने के लिए चिकित्सकों के राउंड लगाने का समय भी निश्चित किया गया है। चिकित्सक सुबह 8.30 से 9 एवं शाम में गर्मियों में 5.30 से 6 तथा सर्दियों में 4.30 से 5 के बीच राउंड लगायेंगे। रोगियों को अब तीन दिन के स्थान पर पांच दिन की दवा उपलब्ध करायी जायेगी। मधुमेह व उच्च रक्तचाप सहित अन्य स्थायी बीमारियों के लिये एक बार में 30 दिन की दवा दी जायेगी। गर्भवती महिलाओं को आईएफए व कैलशियम की पूरी खुराक एक मुश्त दी जायेगी। डीपीएम स्वास्थ्य डॉ मुनाजिम ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में अस्पताल में सेवाओं में गुणात्मक सुधार की कवायद शुरू हो चुकी है। अस्पताल में सभी तरह की इमरजेंसी सेवाओं का संचालन 24 गुणा 7 उपलब्ध किया जाना है। ओपीडी ड्यूटी रोस्टर, फार्मेसी में दवा की उपलब्धता, रेफरल व इमरजेंसी नंबर सभी को अस्पताल के डिस्प्ले बोर्ड में सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शित किया जाना है। उन्होंने बताया कि वरीय अधिकारियों की देखरेख में विभागीय निर्देश का शतप्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने की दिशा में जरूरी पहल की जा रही है। जल्द ही निर्धारित मानकों के अनुरूप अस्पताल का संचालन सुनिश्चित कराया जायेगा। स्वास्थ्य प्रबंधक डॉ जुल्ले अशरफ ने बताया कि स्थानीय एवं हिंदी भाषा में दक्ष कर्मी “मे आई हेल्प यू” डेस्क पर उपस्थित रहेंगे एवं जीविका दीदी के सहयोग से ओ.पी.डी एवं आई.पी.डी निबंधन काउंटर पर मरीजों एवं उनके परिजनों की सहायता के लिए हेल्पर की उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है। अब सदर अस्पताल में 3 दिनों के बजाय 5 दिन दवा का वितरण किया जायेगा। मधुमेह, रक्तचाप एवं जटिल रोगों की दवा एक मुश्त एक महीने के लिए मरीजों को दी जायेगी। गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली आयरन एवं कैल्सियम की गोली पूरी खुराक के हिसाब से एक साथ देना सुनिश्चित होगी। साथ ही मरीजों का ऑपरेशन सुबह 8 से 2 बजे के बीच किया जायेगा तथा इमरजेंसी ऑपरेशन की व्यवस्था 24 घंटे की जा रही है।

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