रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शैक्षणिक एवं शोध संस्थान का दीक्षा समारोह, 158 को उपाधि तो 5 को मिला स्वर्ण पदक
रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शैक्षणिक एवं शोध संस्थान का दीक्षा समारोह आयोजित, बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन हुए शामिल
रांची : रामकृष्ण मिशन (Ram Krishna Mission) विवेकानंद शैक्षणिक एवं शोध संस्थान के मोरहाबादी स्थित कृषि, ग्रामीण एवं आदिवासी विकास संकाय केंद्र का दीक्षांत समारोह (Convocation) रामकृष्ण मिशन आश्रम के सभागृह में हुआ। दीक्षांत समारोह में कुल 158 विद्यार्थियों को विविध विषयों में उपाधि प्रदान की गई। समारोह में संस्थान के 5 विद्यार्थियों को अपने अपने विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए स्वर्ण पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा मंत्री, कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग, झारखंड सरकार बादल पत्रलेख विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।
समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी विद्यार्थियों को इस अवसर पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि रामकृष्ण मिशन सराहनीय कार्य कर रहा है तथा संस्थान कृषि और ग्रामीण विकास के लिए छात्र-छात्राओं का शैक्षणिक तथा चरित्र निर्माण कर रहा है। कहा कि झारखंड राज्य को जड़ से मजबूत करना आवश्यक है, जिससे राज्य का विकास हो सके। झारखंड सरकार के द्वारा जनकल्याण के लिए चलाई जा रही गतिविधियों का संक्षिप्त में चर्चा की। स्वामी सुविरानंद जी महाराज ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि रामकृष्ण मिशन सच्चाई तथा ईमानदारी का प्रतीक है। उन्होंने विद्यार्थियों को सलाह दी कि आपको संस्थान में दी गई स्वामी विवेकानंद के चरित्र निर्माण की विचारधारा को अपने साथ बनाए रखना है।
रामकृष्ण मिशन बेलुर हावड़ा के महासचिव ने की अध्यक्षता :
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के कुलाधिपति तथा रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन बेलुर, हावड़ा के महासचिव स्वामी सुविरानंद जी महाराज ने की। इस अवसर पर प्रतिकुलाधिपति स्वामी आत्मप्रियानंद जी महाराज ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस संस्थान का निर्माण स्वामी विवेकानंद जी के सपनों काे साकार करने के लिए हुआ। जिसमें भारतीय परंपरागत ज्ञान के साथ आधुनिक विचारधारा का अध्ययन हो सके। प्रशासनिक प्रमुख स्वामी भवेशानंद जी महाराज ने रामकृष्ण मिशन आश्रम रांची तथा संस्थान द्वारा चलाए जा रहे
विविध कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए चल रही गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। कहा कि झारखंड राज्य को जैविक बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
158 विद्यार्थियों को मिली उपाधि :
दीक्षा समारोह में कुल 158 विद्यार्थियों को विविध विषयों में उपाधि प्रदान की गई। जिसमें 5 वर्षीय समेकित स्नातकोत्तर विज्ञान कृषि, ग्रामीण एवं आदिवासी विकास (एआरटीडी) के 14 छात्र, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर विज्ञान कृषि, ग्रामीण एवं आदिवासी विकास (एआरटीडी) के 16 छात्र, 4 वर्षीय स्नातक विज्ञान कृषि (प्रतिष्ठा) के 37 छात्र, 3 वर्षीय व्यावसायिक स्नातक विज्ञान टिकाऊ कृषि (बीवीएसए) के 34 छात्र, 2 वर्षीय स्नातकोत्तर कला विज्ञान ग्रामीण विकास एवं प्रबंधन (आरडीएम) के 23 छात्र, 1 वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा ग्रामीण विकास अभ्यास (पीजीडी-आरडीपी) के 7 छात्र, 1 वर्षीय अनुस्नातक डिप्लोमा जैविक कृषि (डीओएफ) के 9 छात्र और बीएससी (एआरटीडी) के 18 छात्रों को उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस समारोह में संस्थान के 5 विद्यार्थियों को अपने-अपने विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।