बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हैं, सवर्ण विरोधी।
बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हैं, सवर्ण विरोधी।
बिहार प्रदेश अध्यक्ष के सोशल मीडिया एडवाइजर शिवा नारायण ने ट्विटर के माध्यम से स्वर्ण जाति पर की गई ट्वीट स्वर्ण विरोधी मानसिकता को दर्शाता हैं, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण पूर्ण हैं, बिहार प्रदेश अध्य्क्ष सहित इनके सोशल मीडिया एडवाइजर को पता नही हैं की देश में सवर्ण समुदाय एक बड़ी राजनीतिक ताकत रखता है और सत्ता बनाने से लेकर बिगाड़ने तक का हुनर जानता है.
बिहार सहित देश में सवर्ण समुदाय की आबादी बीजेपी का मूल वोटबैंक माना जाता है. इसीलिए बीजेपी को सवर्णों की पार्टी कहा जाता है. ब्राह्मण-राजपूत-कायस्थ, भूमिहार और वैश्य की पार्टी कही जाने वाली बीजेपी के ये झोरा छाप सोशल मीडिया एडवाइजर शिवा नारायण को इस ट्वीट से स्वर्ण जाति में आक्रोश हैं,
कहि ये आक्रोश बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्य्क्ष के लिए मुसीबत सावित हो सकती हैं. जिसका नतीजा है कि सवर्णों की पार्टी का तमगा रखने वाली बीजेपी को उसी का मूल वोटबैंक आंख दिखाने को बिहार में वेवश न हो जाये, इस तरह सवर्णो का अपमान करने से सवर्णों की नाराजगी का सबसे ज्यादा नुकसान बिहार सहित देश मे बीजेपी को ही होगा.