जिलाधिकारी पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह द्वारा गर्मी के मौसम को देखते हुये आम लोगों को पेयजल की सुगम आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए पटना जिला अंतर्गत सभी 23 प्रखडों के सभी पंचायतों मे चापाकल की मरम्मति हेतु कुल 46 मरम्मति दल को समहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद –उल्लेखनीय है कि पटना जिला अंतर्गत कुल चापाकलों की संख्या 34907 है। पटना जिले में कुल बंद चापाकलों की संख्या 496 है।
प्रत्येक प्रखंड के लिए दो मरम्मति दल कार्यरत रहेगा एवं संबंधित प्रखंड के सभी पंचायतों में मरम्मति दल 3 दिन तक प्रति पंचायत कार्य करेगा। इसके लिए मिस्त्री कर्मी का रोस्टर तैयार कर कार्यालय आदेश निर्गत किया गया है जिसमें पंचायतों के जनप्रतिनिधि से भी संपर्क कर सूची प्राप्त कर चापाकल की मरम्मति की जाएगी। मृत चापाकल को भी मरम्मति दल के द्वारा हटाया जाएगा। सभी मरम्मति कराए गए चापाकल का सामाजिक प्रमाणीकरण कराया जाएगा जिसमें स्थानीय लाभार्थी जनप्रतिनिधि से सत्यापन कराया जाएगा तथा फोटोग्राफ लेकर सर्टिफिकेट के साथ विभागीय चापाकल मरम्मति पोर्टल पर अपलोड कराया जाएगा जिससे कोई भी पीएचइडी के एमआईएस पोर्टल पर जाकर देखा जा सकता है । चापाकल मरम्मति एवं पेयजल संकट के लिए विभाग द्वारा टोल फ्री नंबर एवं जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जिस पर संपर्क कर खराब चापाकलों की मरम्मति संबंधी शिकायत दर्ज की जा सकती है।
टोल फ्री नंबर 18001231121 है ।
पीएचइडी पटना पूर्वी का नियंत्रण कक्ष0612-2225796
पीएचइडी पटना पश्चिम का नियंत्रण कक्ष 0612-2280879
सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक कार्यरत ।
सभी प्रखंड कार्यालय में चापाकल मरम्मत ई पेयजल संकट के लिए रजिस्टर का संधारण कराया गया है जहां कोई भी व्यक्ति शिकायत दर्ज कर पेयजल संकट से निपटारा पा सकते हैं।