किशनगंज : जिले में कालाजार मरीजों की खोज के लिये आशा कार्यकर्ता घर-घर देंगी दस्तक
मरीजों की खोज के लिये प्रखंडवार आशा कार्यकर्ताओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण, सभी प्रखंडों में संचालित होगा अभियान, अभियान में शामिल होंगी 360 आशा
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किशनगंज, 03 जनवरी (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले को कालाजार मुक्त बनाने को लेकर विभागीय प्रयास लगातार जारी है। इस कड़ी में कालाजार के संभावित मरीजों की खोज के लिये विशेष अभियान संचालित किया जाना है। मरीजों की खोज के जिले के कालाजार प्रभावित गांवों में आशा कार्यकर्ता घर-घर दस्तक देंगी। इस क्रम में रोग संबंधी लक्षण पाये जाने पर जरूरी जांच व समुचित इलाज के लिये लोगों को प्रेरित किया जायेगा। कालाजार रोगी खोज अभियान की सफलता के लिये चिह्नित प्रखंडों के कुल 360 कार्यकर्ताओं को जरूरी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. मंजर आलम ने कहा कि जिले में कालाजार संबंधी मामलों में लगातार कमी आ रही है। वर्ष 2022 में जिले में वीएल के 5 व 4 पीकेडीएल के मरीज मिले। वर्ष 2023 में वीएल के 03 व पीकेडीएल के 02 मरीज मिले हैं।वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार अविनाश रॉय ने बताया की रोगी खोज अभियान जिले के सभी प्रखंडों में संचालित किया जायेगा। इसके लिये जिले के किशनगंज ग्रामीण एवं पोठिया प्रखंड के 30 एवं अन्य सभी प्रखंडों के 60 कुल 360 आशा कार्यकर्ताओं को खास तौर पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। आशा फैसिलिटेटर आशा द्वारा किये जा रहे कार्यों पर नजर रखेंगी। वहीं संबंधित प्रखंड के वीबीडीसी रोग का सत्यापन करते हुए रोगियों की जरूरी जांच सुनिश्चित करायेंगे। प्रखंड सामुदायिक समन्वयक रोगी खोज अभियान से संबंधित सभी गतिविधियों की मॉनेटरिंग करेंगे। साथ ही इससे संबंधित रिपोर्ट जिला को उपलब्ध करायेंगे। सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया की अभियान के क्रम में 15 या 15 से अधिक दिनों से बुखार पीड़ित वैसे व्यक्ति जिनका बुखार एंटीबायॉटिक दवा सेवन के बावजूद ठीक नहीं हो रहा हो। उन्हें भूख की कमी व पेट का बड़ा होना जैसे लक्षण, वजन में गिरावट, शरीर पर चकते का निशान वाले मरीजों को चिह्नित कर संबंधित पीएचसी के माध्यम से उनका जरूरी इलाज सुनिश्चित कराया जायेगा। डा. मंजर आलम ने बताया कि जिले में कालाजार के मामलों में निरंतर गिरावट जारी है। जिले को पूरी तरह कालाजार मुक्त बनाने का विभागीय प्रयास जारी है। इसके लिये रोगी खोज अभियान की सफलता महत्वपूर्ण है। इसे लेकर प्रखंडवार आशा कार्यकर्ताओं को जरूरी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के उपरांत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर कालाजार के संभावित मरीजों को चिह्नित करेंगी। ताकि जरूरी जांच के उपरांत उनका समुचित इलाज सुनिश्चित कराया जा सके।