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11 दिन भी हड़ताल पर रहे अधिवक्ता, व्यवहार न्यायालय के मुख्य द्वार पर दिया धरना जारी।…

सोनू कुमार/ हिलसा (नालंदा):- सोमवार को अधिवक्ता संघ हिलसा के द्वारा अपनी एक सूत्री मांग उत्पात अधिनियम से संबंधित हिलसा अनुमंडल क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाले समस्त मामलों का विचारण व कोर्ट का गठन व्यवहार न्यायालय हिलसा सुनिश्चित किए जाने को लेकर 11 दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहकर व्यवहार न्यायालय के मुख्य द्वार पर दिया धरना जारी रखे हुए है। जिसकी अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष सतीश कुमार सिन्हा द्वारा किया गया तथा इसकी व्यवस्था संघ के महासचिव युगल प्रसाद द्वारा किया जा रहा है। संघ सभी सदस्यों ने अपनी एकजुटता प्रदर्शित करते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज लगातार कर रहे है। और धरना प्रदर्शन को समर्थन करते हुए लिपिक संघ के सभी सदस्य एवं अधिवक्तागण उपस्थित होकर अपनी-अपनी बातों को रख रहे है। इस दौरान अधिवक्ताओं ने कहना है कि एक सूत्री उत्पात अधिनियम का हिलसा कोर्ट का गठन जब तक नहीं होगा ,तब तक धरना से अधिवक्ता संघ के कोई भी सदस्य नहीं हटेंगे। दिनांक 7, 8, 2024 दिन बुधवार से अधिवक्ता संघ हिलसा द्वारा संघ के निर्णय के आलोक में संघ के सभी अधिवक्तागण लगातार अपने आपको लगातार 11 दिन से पूर्णत: रूप से न्यायिक कार्य को अलग रखे हुए है। परंतु अभी तक माननीय उच्च न्यायालय पटना या जिला एवं सत्र न्यायाधीश नालंदा द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। अध्यक्ष सतीश कुमार सिन्हा ने कहा की इस संदर्भ हमलोगों के द्वारा मंगलवार को बिहार स्टेट बार काउंसलिंग के अध्यक्ष समेत अपने सदस्यों के साथ पहिले पटना हाईकोर्ट के न्यायधीश सह नालंदा न्याय मंडल के निरीक्षी न्यायधीश से मिलकर उनके साथ हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से मिलकर अपनी समस्या को रखेंगे। इसके बावजूद भी मांग को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक आगे भी अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ धरना जारी रहेगा। शनिवार को बिहार स्टेट बर काउंसिल के सदस्य योगेंद्र चंद्र वर्मा भी धरना में शामिल होकर इसकी समर्थन किए है। इस मौके पर अधिवक्ता भरत प्रसाद , नगीना प्रसाद ,अजय सिंह,नागेंद्र कुमार , ललन प्रसाद , विभा कुमारी ,इंदू कुमारी, सीमा कुमारी ,एजाज अहमद , आर्यन आर्क,दिलीप कुमार सिन्हा ,कलीन्द्र कुमार , बिहार युवा अधिवक्ता कल्याण समिति के प्रदेश संयोजक इंद्रजीत चक्रवती, मिथलेश कुमार
सहित अन्य अधिवक्ताओ ने भी धरना को संबोधित किया।

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