राजनीति

श्री श्रवण कुमार, माननीय मंत्री ग्रामीण विकास विभाग बिहार सरकार – सह – प्रभारी जनता दल यूनाइटेड, उत्तर प्रदेश की उपस्थिति में 

त्रिलोकी नाथ प्रसाद –उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला में जनता दल यूनाइटेड कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस कार्यकर्ता सम्मेलन में उत्तर प्रदेश तथा बिहार के कई वरीय पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

उक्त कार्यकर्ता सम्मेलन में उपस्थित जनता एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री श्रवण कुमार माननीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश के जनता की आर्थिक, सामाजिक एवम् शैक्षणिक स्थिति की जानकारी के लिए जाति आधारित गणना बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस गणना के बाद जो आंकड़े सरकार के समक्ष आती है उसके आधार पर सरकार प्रदेश के निवासियों के लिए अपनी योजनाएं बनाती है तथा उनके सामाजिक, आर्थिक तथा शैक्षणिक उत्थान हेतु हर संभव प्रयास करती है। इस दृष्टिकोण से बिहार की सरकार ने अपने संसाधन से राज्य में जातियों की गणना कराने का निर्णय लिया। लेकिन समाज के कुछ विरोधियों द्वारा जिन्हें सरकार का यह कार्य रास नहीं आया वे न्यायालय में चले गए। लेकिन माननीय न्यायालय का निर्णय बिहार सरकार के पक्ष में आया और बिहार सरकार ने पुनः जाति आधारित गणना का कार्य प्रारंभ करके समाज में रह रहे सभी लोगों के सर्वेक्षण का काम प्रारंभ कर दिया है। मैं तो कहता हूं कि देश के पैमाने पर जाति आधारित गणना होनी चाहिए। मैं उत्तर प्रदेश सरकार से भी अनुरोध करता हूं कि वह भी अपने राज्य में जाति आधारित गणना करावे, जिससे राज्य के सभी लोगों की सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक स्थिति की जानकारी उन्हें हो सकेगी। उत्तर प्रदेश राज्य में अपेक्षित प्रगति नहीं हो पा रही है। दावा तो किया जाता है कि यहां केंद्र की भाजपा सरकार एवं प्रांत की भाजपा सरकार दोहरी शक्ति से कार्य कर रही है। लेकिन यह केवल कहने की बात है।

बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार द्वारा बिहार में किए जा रहे कार्यों एवं उपलब्धि की चर्चा करते हुए श्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार की सरकार द्वारा हर क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। बिहार राज्य में शांति का माहौल है। हर धर्म, हर जाति, हर वर्ग को ध्यान में रखकर बिहार सरकार योजनाएं बनाती हैं तथा उसका कार्यान्वयन करती हैं। महिलाओं को हर क्षेत्र में प्राथमिकता दी जाती है। उनके सशक्तिकरण के लिए हर संभव प्रयास किए जाते हैं। कन्या के जन्म से लेकर विवाह की आयु तक कई प्रकार की योजनाएं संचालित है। पंचायत चुनाव में महिलाओं के लिए 50% के आरक्षण का प्रावधान है। सरकारी नौकरी में महिलाओं के लिए 35% तक का आरक्षण है। जीविका द्वारा स्वयं सहायता समूह का गठन कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। जहां पहले महिलाएं प्रताड़ित होती थी आज वह अपने पैरों पर खड़े होकर दूसरों को भी आत्मनिर्भर होने का संदेश दे रही हैं।

श्री श्रवण कुमार ने वहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगे बताया कि महिलाओं की मांग पर बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी है। यह माननीय मुख्यमंत्री जी की दृढ़ इच्छाशक्ति का ही परिणाम है, कि शराबबंदी की योजना से बिहार को जबरदस्त फायदा हो रहा है। एक सर्वे के अनुसार शराब बंदी के बाद बिहार राज्य में दूध पीने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है तथा दूध की बिक्री में 11% की बढ़ोतरी हुई है। इसी प्रकार मिठाई की बिक्री में 16% की वृद्धि, सिलाई मशीन की बिक्री में 39% की बढ़ोतरी, रेडीमेड कपड़ों की बिक्री में 44% की बढ़ोतरी हुई है। साथ ही साथ सामाजिक स्तर पर महिलाओं के सम्मान में भी वृद्धि हुई है। एक आंकड़े के मुताबिक बिहार में शराबबंदी के बाद महिला हिंसा में 12% की कमी आई है।

बस्ती जिले में आयोजित उक्त कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच की अध्यक्षता राघवेंद्र चौधरी जिला अध्यक्ष जनता दल यूनाइटेड बस्ती तथा आशुतोष भारतीय नागरिक प्रवक्ता जदयू ने मंच का संचालन किया। इसके अतिरिक्त बिहार विधान सभा के माननीय सदस्य श्री निरंजन कुमार मेहता भी उस कार्यकर्ता सम्मेलन में सम्मिलित थे। सत्येंद्र पटेल प्रदेश संयोजक जदय, किसान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर बी.एल. वर्मा, महिला प्रकोष्ठ जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष सुश्री शालिनी पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष रजनीश पटेल जनता दल यू अति पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष हरिवंश चौहान, राष्ट्रीय सचिव जनता दल यू रवि सचान, प्रदेश महासचिव सुशील कश्यप, प्रदेश महासचिव सुशील पटेल, अंबेडकर नगर जद यू जिला अध्यक्ष रघुनाथ पटेल, गाजीपुर के जद यू जिलाध्यक्ष लल्लन चौहान, जदयू मीडिया प्रभारी बस्ती मोहम्मद साइमन फारुकी अर्जक संघ के अध्यक्ष आर. डी. करील एवं अन्य कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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