पटना 11, नवम्बर, 21 भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की 133वीं जयंती आज प्रदेश कांग्रेस कमिटी के मुख्यालय सदाकत आश्रम में मनायी गयी।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व महासचिव एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री ब्रजेश प्रसाद मुनन ने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन में मौलाना अबुल कलाम आजाद ने पंडित नेहरू के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया। मौलाना अबुल कलाम आजाद स्वतंत्रता के बाद 12 वर्षो तक देश के शिक्षा मंत्री रहे।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष राजेश राठौड ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद ने देश में नई शिक्षा नीति की आधारशिला रखी। वे देश में साम्प्रदायिक सौहार्द के प्रबल समर्थक थे। आज कृतज्ञ राष्ट्र मौलाना अबुल कलाम आजाद के योगदान को स्मरण कर उनकी स्मृति को बार-बार नमन करती है।
इसके पूर्व पार्टी के नेताओं के द्वारा मौलाना अबुल कलाम आजाद के तैल चित्र पर माल्यापर्ण किया गया।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष राजेश राठौड़, अरविन्द लाल रजक, शशिकांत तिवारी, रिपू दहन शर्मा, रूमा सिंह, निधि पाण्डेय, मो0 आसिफ अली, विमलेश तिवारी, उमेश प्रसाद सिंह, राज कुमार झा, रमेश कुमार, अम्बिका प्रसाद चैपाल, दिनेश शंकर दास, अबू नवाज, बबीता देवी ने भी मौलाना अबुल कलाम आजद के चित्र पर माल्यापर्ण कर श्रद्धांजलि अर्पित किये।