संपूर्ण विश्व में प्रकृति के संतुलन हेतु जरूरी है पौधारोपण:आचार्य मयंक

औरंगाबाद/मयंक कुमार अन्तर्राष्ट्रीय विहंगम योग प्रचारक उपदेष्टा संत श्री नामदेव महाराज जी के जन्मोत्सव पर विहंगम योग संस्थान के द्वारा भारतवर्ष के कई राज्यों मे पौधारोपण अभियान चलाया गया।उक्त बातें विहंगम योग अध्यात्मिक महाविद्यालय के विद्यार्थी आचार्य मयंक शास्त्री ने बताया।कहा कि संत नामदेव महाराज जी के 38 वें जन्मोत्सव पर बारूण के इंग्लिश के समीप विहंगम नगर एवं मेह पुल के समीप हनुमान मंदिर के परिसर में आंवला, अमरूद, सागवान, करईंज,कटहल, गोल्ड मोहर के दर्जनों पौधे लगाए गए।कहा कि वृक्ष हमारे जीवन के लिए अत्यंत ही लाभकारी है।जिस प्रकार से संत नामदेव जी महाराज के जन्म उत्सव पर भारत के विभिन्न क्षेत्रो में वृक्षारोपण किये जा रहे हैं, उसी प्रकार हम सभी अपने समाज में जन्मोत्सव के अलावे किसी भी खुशी के अवसर पर वृक्षारोपण करके खुशी में चार चांद खिला सकते हैं।मानव सभ्यता के उच्चतम आदर्शों का जीवंत प्रमाण है।मानव और प्रकृतिक का संतुलन सनातन ऋषि परंपरा का दर्शन तत्व है, प्रकृति का संतुलन मानव के तन मन और आत्मा पर प्राकृतिक प्रभाव से वर्तमान का आधुनिक मनुष्य परिचित हो चुका है।विकास की अंधी दौड़ से प्राप्त संक्रमित जल, थल व वायु के कुप्रभाव को रोकते युवा हाथों का संकल्प मानव इतिहास की नई करवट है।संपूर्ण विश्व में प्रकृति के संतुलन हेतु मानव सभ्यता का जागृत होना मनावता के अपराजिता चेतना का प्रमाण है।बताया कि आधुनिक सभ्यता और प्रकृति के संतुलन को संकल्पित संत शक्ति संत श्री नामदेव जी महाराज के सानिध्य में सद्गुरु सदाफल देव विहंगम योग संस्थान के सेवकों के द्वारा अनवरत पौधारोपण का जो अभियान विगत वर्ष से प्रारंभ हुआ उसे नवीन ऊर्जा से उत्साहित करने हेतु प्रत्येक 6 सितंबर को सद्गुरु सदाफल देव विहंगम जो संस्थान एवं सुकृत आयुर्वेद संपूर्ण विश्व में वृक्षारोपण अभियान को प्रभावित किया है।मौके पर जिला सहसंयोजक डाo श्यामनारायण प्रसाद गुप्ता, धमनी पंचायत मुखिया उपेंद्र कुमार, प्रखंड प्रभारी सुनिल संगम पंचायत समिति सुनील गुप्ता, राजाराम सिंह, रंजय कुमार, राकेश कुमार, इंद्रलोक कुमार, धर्मेंद्र पासवान, बबन सिंह, अनिल कुमार के साथ कई लोग उपस्थित रहे।