इंशान इंटर कॉलेज का खुलासा,अधिकारियो के साठ-गाँठ कर गलत ढंग से लेता रहा सरकारी अनुदान राशि…
इंसान इंटर कॉलेज वर्ष 1993 में सैयद हसन साहब के भाई शीश मोहम्मद साहब के हाथो द्वारा तालीमी मिशन कोर (TMC) के बैनर तले इंसान इंटर कॉलेज का संगे बुनियाद रखा गया।जिसमे शीश मोहम्मद साहब ने बिहार राज्यपाल (गवर्नर ऑफ बिहार) के नाम से 3 एकर 50 डीसमील जमीन डोनेट किए।तब बोर्ड में 1980 कैसे दर्शाया जा रहा है जो जाँच का बिषय है।वर्ष-2013 में फर्जी प्रचार्य बनकर मो० इदरीश द्वारा केस न०-281/2003 से मो० मोईन एवं मो० खुर्शीद पर टाइटल किया जो की पटना हाइकोर्ट द्वारा खारिज कर दिया मो० मोईन एवं मो० खुर्शीद के पक्ष में फैसला आया।गौर करे की केस न०-5406/2014 से मो० इदरीश द्वारा हाईकोर्ट पटना में केस दर्ज करवाया उसके बाद केस को वापस इदरीश द्वारा ले लिया गया ताकि असलियत सबके सामने उजागर न हो जाए।उसके बाद वर्ष 2012 में केस न०-24/2012 में केस किया फिर पटना हाईकोर्ट द्वारा ख़ारिज कर दिया गया।ऐसे-ऐसे अनेकोबार केस नम्बर बदल-बदलकर उसी जमीन पर अपना दावेदारी करता रहा पर सच्चाई के सामने घुटने टेक दिया कारण जब-जब मो० इदरीश द्वारा केस पर केस, केस नम्बर बदल-बदलकर करता रहा तब-तब पटना हाई-कोर्ट ने केस को ख़ारिज करते गया।आप को
मालुम हो की निदेशक इंसान स्कूल ने अबुल हसन के सेवानिवृत्त होने के बाद मोहम्मद इदरीश को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया।लेकिन बाद में उनको प्रबंधन के विरुद्ध कार्य करने के पश्चात उन को पदमुक्त किया गया एवं कॉलेज की परीक्षा संबंधी कार्यों को पूरा करने के लिए शिफा सैयद हाफिज को प्रबंधन द्वारा प्राचार्य का प्रभार दिया गया।बच्चों के परीक्षा होने के उपरांत शिफा सैयद हाफिज को कार्यवाहक निदेशक बनाया गया और प्रबंधन द्वारा निर्णय लिया गया कि विवाद रहने तक इस में नया नामांकन नहीं किया जाएगा।परंतु वर्ष 2014 में मोo इदरीश द्वारा बच्चों का अगले सत्र में नामांकन भी लिया गया एवं अधिकारियो से साठ-गाँठ कर सरकारी अनुदान राशि की भुगतान भी लिया गया और आज भी लिया जा रहा है।आपको मालू हो की मौजूदा विवाद को देखते हुए टीएमसी प्रबंधन द्वारा बोर्ड बिहार विद्यालय परीक्षा समिति तथा इससे संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी को वस्तु स्थिति की जानकारी देते हुए अनुदान की राशि को तत्काल प्रभाव से रोकने का आग्रह किया गया ताकि सरकारी राजस्व का नाजायज भुगतान रोका जा सके तब-तक जब तक की उच्चस्तरीय जांच कमिटी द्वारा सही एवं संवेधानिक परिणाम नहीं निकलता है इसलिए टीएमसी सोसाइटी जिसके तहत इंसान इंटर कॉलेज को बिहार शिक्षा परिषद एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इंटर कॉलेज को
मान्यता प्राप्त प्रदान की गई, ने समय-समय पर अनुदान राशि की अवैध निकासी को रोकने तथा उच्चस्तरीय कमेटी द्वारा जांच करने का आग्रह किया जाता रहा है परंतु इसके बावजूद अब तक टीएमसी के आग्रह को नजर अंदाज करते हुए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा अनुदान की राशि को भुगतान किया जाता रहा है परिणामत: छात्र छात्राओं की भविष्य अधर में है क्योंकि अब तक महाविद्यालय का स्थिति संसयपूर्ण तथा संदेहास्पद बनी हुई है जिससे लोगो में शिक्षा विभाग के प्रति रोस व्याप्त है।
शीश मोहम्मद साहब ने मिशन को टीएमसी सोसाइटी द्वारा 299/1993 डीड नंबर-2757 गवर्नर ऑफ बिहार राज्यपाल के नाम से 3 एकड़ 50 डिसमिल जमीन डोनेट किए जिसका खाता नंबर 9 प्लॉट नंबर 265 खाता नंबर 1 खेसरा नंबर 279 खाता 01 में ही खेसरा नंबर 280/281/282 रखवा कुल 3 एकड़ 50 डिसमिल चौहद्दी उत्तर में इंसान स्कूल शिक्षा नगर दक्षिण में इंसान स्कूल शिक्षा नगर पूर्व में पश्चिम में इंसान स्कूल शिक्षा नगर लेकिन दुर्भाग्य है कि पदाधिकारी कर्मचारी की लापरवाही का यह हुनर का नमूना है कि निम्न खाता का खाता नंबर 04,103,111,128 जमाबंदी नंबर 38 रकवा 3 एकड़ 50 डिसमिल आज तक चल रहा है।
जांच का विषय है की शीश साहब के द्वारा भिन्न-भिन्न खाता खेसरा की जमीन भिन्न-भिन्न चौहदी दर्शाकर गवर्नर ऑफ बिहार के नाम से जमीन डोनेट हुआ और कर्मचारी के मिली भगत का ये नमूना दिख रहा है।
उक्त जमीन पर वाद संख्या 75/2012 जिसमें मोहम्मद मोईद बनाम प्रिंसिपल इंसान इंटर कॉलेज सैयद शिफा हाफिज मुकदमा न्यायालय अनुमंडल पदाधिकारी में दायर हुआ जो कि प्रिंसिपल सैयद शिफा हाफिज के खिलाफ गया।जमीन सिद्ध नहीं हो पाया कि प्रिंसिपल इंसान इंटर कॉलेज एवं अन्य कर्मचारी द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर अपनी दुकान कहे या कॉलेज चला रहे हैं।
आपको बताते चले की इस दौरान इंसान इंटर कॉलेज दो ग्रुप में बट गया कभी इंसान इंटर कॉलेज के प्राचार्य सैया सफा हाफिज और अब दो-दो और प्रचार्य का दावेदार खड़े हो गए हैं जो अपना नाम मोहम्मद सलाम एवं मोहम्मद इदरीश बता रहे हैं इंसान इंटर कॉलेज तालीमी मिशन कोर (tmc) ने रेगुलेशन लेकर सोसाइटी से इन लोगों को पदमुक्त कर दिया और यह लोग फिर अवैध रूप से विवादित जमीन पर आज भी अपना कब्जा बोर्ड लगाकर दुकानदारी कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है।
यह जमीन आज भी अवैध रूप के कारण भूमि उप समाहर्ता में केस नंबर 10/2015-16 भूमि विवाद चल रहा है।इस भूमि विवाद भी एक व्यंग टाइप का मोर ले रखा है एक ही कॉलेज के दो-दो प्राचार्य होने का भूमि उप समाहर्ता को दलील दे रहा है अब इसमें सही प्रचार्य कौन है यह जांच का विषय है।जिसके लिए दोनों प्रचार्य को भूमि उप समाहर्ता द्वारा पार्टी बनाया गया है कि पहले प्रचार्य ही अपना फैसला करें कि सही मायने में ओरिजिनल प्रचार्य कौन है ?
इस जमीन में इसके पूर्व में केस नंबर 24/2012 पटना हाईकोर्ट से दावा खारिज कर दिया गया।इंसान इंटर कॉलेज की जमीन नहीं होने का दावा खारिज कर दिया गया।इस वक्त पता चलता है कि उक्त इंसान इंटर कॉलेज के मोo इदरीश, मो० सलाम, एंव सैयद शिफा हाफिज आपस में लड़ रहे हैं कि मैं प्रचार्य हूं तो मैं प्रचार्य हूं।वर्ष 2012 से उक्त जमीन पर ये जमीन इंसान इंटर कॉलेज विवाद के दायरे में आज तक चल रहा है।
इसकी सूचना मीडिया द्वारा समय-समय पर प्रकाशित भी किया गया शिक्षा विभाग की मिली-भगत या लापरवाही कहें जो कार्य किया गया है सूत्रों के हवाले से खबर है कि डीसीएलआर को भी दबाव गणमान्य व्यक्ति को लेकर दिया जा रहा है।आप गौर करे कि ये लोग प्रचार्य का लड़ाई, कॉलेज का लड़ाई, और भूमि का भी लड़ाई कहे या विवाद करने पर तुले हुए है।
जो जांच का विषय है की मात्र तीन कमड़े में उतने-उतने छात्र-छात्राओं को कैसे बैठाते है।और तो और स्कूल का कमरा जिस प्रकार से बनाया गया है उसमें तो मात्र 20 से 25 बच्चे ही बैठ पायेंगे और बाकी बच्चे क्या खेत मे बैठेंगे ?
आखिर इन लोगो को छात्राओ का भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का हक किसने दिया है जो प्रतीत होता है कि मोo इदरिश, मोo सलाम कभी भी मार-धार पर उतारू हो सकते है।जिला प्रसाशन को इसमें उचित निर्णय लेने का जरुरत है ताकि विधि-व्यवस्था कायम रहे…
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह