पटना : माननीय मंत्री, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग श्री संजय सरावगी की अध्यक्षता में शुक्रवार को मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभागार में राजस्व से संबंधित कार्यों की समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई तथा आवश्यक निर्देश दिया गया।
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/उन्होंने अधिकारियों को जनता के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए पूरी पारदर्शिता, संवेदनशीलता एवं जवाबदेही से निश्चित समयावधि में विभागीय प्रावधान एवं नियमों के अनुरूप निष्पादन करने का निर्देश दिया।
बैठक में म्यूटेशन, परिमार्जन प्लस, दाखिल-खारिज, लगान वसूली, ई-मापी, अभियान बसेरा-2 , सरकारी भूमि का म्यूटेशन , जनशिकायत सहित कई अन्य कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की गई।
समीक्षा के दौरान ओवरऑल अधिकतर सूचकांकों में मुसहरी, कुढ़नी एवं औराई अंचल का प्रदर्शन असंतोषजनक पाया गया। माननीय मंत्री ने कार्य संस्कृति में सुधार लाने तथा विभागीय दिशानिर्देश के अनुरूप लंबित आवेदनों का नियमानुकूल अविलंब निष्पादन करने का निर्देश दिया। जबकि पारु अंचलाधिकारी की कार्यप्रणाली, उपलब्धि, स्टेट रैंकिंग में बेहतर स्थान को सराहनीय बताते हुए अन्य अंचल के अंचलाधिकारी एवं राजस्व अधिकारी को अनुकरण करने को कहा गया ताकि सभी अंचल के कार्य की गुणवत्ता एवं निष्पादन में अपेक्षित सुधार हो।
बैठक में माननीय मंत्री द्वारा म्यूटेशन मामलों की अंचलवार प्राप्त आवेदन, निष्पादित आवेदन, लंबित आवेदन की समीक्षा की गई तथा न्यून प्रदर्शन करनेवाले अंचल को पूरी जवाबदेही से अविलंब सुधार लाने तथा प्रगति लाने का निर्देश दिया गया।म्यूटेशन मामलों के निष्पादन की अंचलवार स्थिति इस प्रकार है -औराई 99.23%, बोचहा 98% बंदरा 98.67%, कांटी 97%, गायघाट 99.39%, कटरा 98.88%, कुढ़नी 98% मरवन 99.52%, मीनापुर98.73%, मोतीपुर 99%, मुरौल99.82%, मुसहरी97.77%, सरैया 99.07%, पारु 99.77%, साहेबगंज99.13%, सकरा99.48% है। साथ ही जिला का औसत निष्पादन 98.69%है।
उन्होंने कहा कि लगान वसूली की स्थिति में भी सुधार की जरूरत है। सभी अधिकारी प्राप्त आवेदनों की अपने स्तर से समीक्षा कर स्क्रूटनी करें और आवेदनों की जांच कर उसका निष्पादन करें।
उन्होंने सभी अंचलाधिकारी को अनावश्यक एवं अकारण रूप से आवेदन को रिजेक्ट एवं रिवर्ट नहीं करने को कहा। इसके लिए आवेदक को बांछित कागजात की विधिवत सूचना देने तथा आवेदन रिजेक्ट करने से पूर्व आवेदक से समन्वय करने को कहा। साथ ही हल्का अथवा राजस्व कर्मचारी संबंधित आवेदक से बात करें तथा उनके आवेदन में जो भी कमी हो उसे बता कर आवेदन को सही करायें। इससे रिजेक्शन में भी कमी आएगी और आवेदनों का निष्पादन भी जल्द होगा।
माननीय मंत्री ने जिलाधिकारी को लंबित आवेदनों के निष्पादन हेतु नियमित रूप से समीक्षा करने तथा अपेक्षित सुधार एवं प्रगति लाने को कहा।
उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी अपने लाॅग-इन पासवर्ड को सुरक्षित रखें और स्वयं से उसका इस्तेमाल करें, ताकि उसका कोई गलत इस्तेमाल न कर सके।
विभाग में सभी कार्य ऑनलाइन है और किसी के भी किसी भी कार्य की तत्काल समीक्षा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपना-अपना डेटा सुधार लें। एक माह बाद फिर कार्यों की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने सभी अंचलाधिकारियों से कहा कि अंचल में कार्यरत हल्का एवं राजस्व कर्मचारी के बीच कार्य एवं दायित्व का निर्धारण करें तथा फील्ड विजिट कर उनके कार्यों का औचक निरीक्षण करें।
अपर मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार सिंह ने कहा कि विभाग द्वारा शुरू ऑनलाइन कंप्लेन मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से लगातार शिकायतें आ रहीं हैं। उन शिकायतों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी कोर्ट में ज्यादा समय दें और आदेश स्पष्ट शब्दों में दें।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार सिंह,सचिव श्री गोपाल मीणा, जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन , संयुक्त सचिव श्री आजीव वत्सराज, अपर समाहर्ता श्री संजीव कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी श्री अशोक कुमार गुप्ता, सभी अंचलाधिकारी, सभी राजस्व अधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।