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सीएम नीतीश कुमार ने कृषि महाविद्यालय के भवन का किया उद्घाटन, सुरक्षा का दिखा पुख्ता इंतजाम कृषि मेला का भी किया गया उद्घाटन…

किशनगंज बुधवार को सूबे के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार एक दिवसीय दौरे पर जिले के पोठिया प्रखंड स्थित डॉक्टर कलाम कृषि महाविद्यालय पहुंचे जहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने संयुक्त रूप से महाविद्यालय के नव निर्मित दो भवनों का फीता काटकर उद्घाटन किया।गौरतलब हो कि जिले के आर्राबाड़ी में 900 करोड़ की लागत से कृषि महाविद्यालय का निर्माण करवाया गया।मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने कालेज परिसर में लगे कृषि मेला का भी उद्घाटन किया और मेला में लगे अलग-अलग स्टॉल का जायजा लिया एवं अधिकारियों और किसानों से जानकारी ली।जिसके बाद महाविद्यालय के अधिकारियों एवं वरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक किया गया और महाविद्यालय सुचारू रूप से चले उसके लिए अलग-अलग दिशा निर्देश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को दिया नीतीश कुमार लगभग दो घंटो तक किशनगंज में रहे।इस दौरान सभी विभागों के अधिकारी एवं जनता दल यूनाइटेड के नेता मौजूद रहे।बैठक की समाप्ति के बाद मुख्य मंत्री नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से किशनगंज अतिथ सदन के लिए रवाना हो गए वहा भोजन कर पटना के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हो गए।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कृषि मंत्री प्रेम कुमार, जदयू विधायक सह सचेतक नौशाद मुजाहिद मुजाहिद आलम, जदयू जिला प्रभारी सह प्रदेश उपाध्यक्ष सैयद महमूद अशरफ, मुख्य सचिव दीपक कुमार, कृषि विभाग सचिव सुधीर कुमार, पशु एवं मत्स्य विभाग सचिव एन विजया लक्ष्मी, सबौर विश्वविधालय के कुलपति डॉ अजय कुमार सिंह, प्राचार्य उमाशंकर जायसवाल, जदयू जिलाध्यक्ष फिरोज अंजुम, प्रहलाद सरकार, जदयू नेता प्रवेज आलम गुड्डू, कमाल अंजुम भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक दिवसीय दौरे पर किशनगंज पहुचे।जहाँ से वो दिवंगत कांग्रेस सांसद मौलाना असरारुल हक काशमी के दिघलबैंक प्रखंड स्थित ताराबाड़ी पैतृक गांव पहुचे गए और परिजनों से मिल कर सांत्वना दिया।

https://youtu.be/HhXYetW02I4

मालूम हो कि सांसद श्री काशमी का निधन 07 दिसंबर को हृदय गति रुक जाने से अचानक हो गया था।इस दौरान चप्पे चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया था।दौरे में उनके साथ सूबे के कृषि मंत्री प्रेम कुमार भी साथ में मौजूद रहे।जिले में विगत चार वर्षों से लेटिन अमरीकन फल ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे किसान श्री नागराज नखत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ज्ञापन सौंप कर खेती को बढ़ावा देने की मांग की।श्री नखत ने बताया कि अभी एक एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती उनके द्वारा की जा रही है अगर सरकार आर्थिक सहयोग करे तो इसकी खेती को बड़े पैमाने पर किया जा सकता है जिससे जिले के किसानों को अत्यधिक लाभ होगा।श्रीनखत ने बताया की  बैंक कर्मियो से कृषि ऋण की मांग की गई तो उन्होंने देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि अभी कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों के ऋण हेतु स्वीकृत नही है।श्री नखत ने बताया कि राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों में सरकार ड्रैगन फ्रूट की खेती पर अनुदान भी दे रही है।श्री नखत मुख्य मंत्री श्री नीतीश कुमार से मांग किया है कि किसानो को अनुदानित ब्याज़ दर पर कृषि ऋण उपलब्ध करवाया जाय साथ ही राजस्थान सरकार कि तर्ज़ पर बिहार के किसानों को भी ड्रैगन फ्रूट की खेती अनुदान दिया जाय।श्री नखत ने मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को ड्रैगन फ्रूट उपहार भी दिया

https://youtu.be/oY9pWIp6Cjc

है।अब देखना है कि बिहार सरकार इसे कितनी गंभीरता से लेती है जिससे कि जिले में बड़े पैमाने पर ड्रैगन फ्रूट की खेती हो ताकि जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति में  सुधार हो।नीतीश कुमार के दौरे को लेकर जिला प्रसाशन द्वारा चप्पे चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती देखी गई ताकि किसी प्रकार कि कोई अप्रिय घटना ना हो।डॉ कलाम कृषि महाविद्यालय पूरी तरह छावनी में तब्दील दिखा।यहां तक कि महाविद्यालय के छात्रों को भी उद्घाटन स्थल पर प्रवेश नहीं करने दिया गया।जिससेछात्रों में आक्रोश देखा गया।मुख्यमंत्री मुर्दाबाद का छात्रों ने लगाया नारे।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन से पूर्व छात्रों ने पुलिस वालो के बर्ताव की वजह से मुख्यमंत्री मुर्दाबाद का नारा लगाया।दरअसल छात्र अपनी समस्या मुख्यमंत्री को बताना चाहते थे।लेकिन सुरक्षा बलो ने छात्रों को रोक दिया।वहीं छात्र मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत नहीं करवा पाने पर निराश देखे गए।छात्रों ने बताया कि यहां ना तो मेडिकल सुविधा है और ना ही बैंकिंग सुविधा जिसकी वजह से हम छात्रों को अत्यधिक कठिनाई होती है।रात में कोई बीमार होता है तो बीस किलोमीटर की दूरी तय करके जिला मुख्यालय जाना पड़ता है।हम अपनी बात मुख्य मंत्री से कहना चाहते है लेकिन हम लोगों को मिलने नहीं दिया जा रहा है।छात्रों के हंगामे को देखते हुए बाद में मुख्यमंत्री के निजी सचिव ने छात्रों का ज्ञापन लिया और मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।आप कोबताते चले की मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक भवन का मुआयना किया।उन्होंने डिजिटल क्लास रुम, एग्रीकल्चरल एनटोमोलॉजी, इनसेक्ट्स म्यूजियम एवं कम्प्यूटर लैब का भी मुआयना किया एवं विभिन्न चीजों की जानकारी प्राप्त की।महाविद्यालय परिसर में ही स्थित कृषि विकास मेला 2018 का मुख्यमंत्री ने फीता काटकर उद्घाटन किया।मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत लाभुकों को वाहन वितरित किया एवं कन्या उत्थान योजना के तहत जन्म के बाद दी जानेवाली राशि से संबंधित चेक भी कन्या के माता-पिता को दिया गया।कृषि विज्ञान केंद्र के स्टॉल पर मुख्यमंत्री ने सलाह दी कि लोकल दलहन की प्रजाति को फिर से स्थापित करने के लिए काम करें।साथ ही यह भी सुझाव दिया कि क्लाइमेट को ध्यान में रखते हुए बीजों की प्रजाति विकसित करें।कृषि मेले में भ्रमण के पश्चात मुख्यमंत्री ने महानंदा नदी पर बनाए गए तटबंध का भी निरीक्षण किया।साथ ही कलाम कृषि महाविद्यालय परिसर में बने अन्य भवनों एवं अन्य आधारभूत संरचनाओं का भी वाहन से निरीक्षण किया।मुख्यमंत्री के समक्ष नवनिर्मित प्रशासनिक भवन में ही डॉ0 कलाम महाविद्यालय के विस्तार से संबंधित रोड मैप का प्रस्तुतिकरण किया गया।प्रस्तुतिकरण में इस महाविद्यालय से जुड़े हुए छात्रावास, स्पोर्ट्स क्लब, चिकित्सा केंद्र, अतिथि गृह, परिसर में कर्मियों के बच्चों के लिए बनाए गए स्कूल, सुविधा केंद्र के बारे में विस्तार से बताया गया।गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य के तहत किये जा रहे प्रयासों के बारे में भी चर्चा हुई।खेती के लिए उन्नत तकनीक, फसलों के विकास के लिए शोध के संबंध में जानकारी दी गई।कौशल विकास के तहत चलाए गए कई प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में भी प्रस्तुतीकरण में जानकारी दी गयी।प्रस्तुतीकरण में शामिल अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि बी0एस0सी0 एग्रीकल्चर का फाइनल बैच अब पास आउट होने वाला है, उसके बाद आईसीएआर को एक्रेडेशन के लिए अप्लाई किया जाएगा।मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी कि यहां छह विषयों (विभाग) में पीजी एवं रिसर्च से संबंधित पढ़ाई होगी।फिशरीज से संबंधित प्रस्तुतिकरण भी दी गई।प्रस्तुतिकरण को ध्यान से देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेज का साइट बहुत ही उत्तम है।बगल में महानंदा नदी है, यहां का वातावरण भी मनोरम है।किशनगंज को भी पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र के रुप में विकसित किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि इस कैम्पस की बाउंड्री के किनारे-किनारे पेड़ लगाने की जरुरत है ताकि यह क्षेत्र हरा-भरा दिखे।यहां जमीन की लेबलिंग जल्द से जल्द करायी जाए।उन्होंने कहा कि इस परिसर में बड़े-बड़े तालाब बनवाने की जरुरत है।पांच एकड़ के तालाब में सोलर प्लांट लगाएं, जिसमें नीचे मछली का उत्पादन हो और ऊपर सौर ऊर्जा का उत्पादन हो।उन्होंने कहा कि इस परिसर में जितनी भी बिल्डिंग बनी हैं, उन सारी बिल्डिंगों के ऊपर सोलर प्लेट लगवाएं, उससे उत्पादन होने वाली बिजली की खपत इस परिसर में हो और बची हुयी बिजली को ऊर्जा विभाग के माध्यम से उपभोक्ताओं को भी दिया जा सकता है।मुख्यमंत्री ने सौर ऊर्जा की जरूरत पर बल देते हुये कहा कि यहां बनाए जाने वाले तालाब में पानी भरने के लिए सोलर पंप ही लगवायें।उन्होंने कहा कि एनिमल हस्बेंड्री के लिए बनाए जाने वाले कॉलेज के लिए प्लांट को और बड़ा बनाना पड़ेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर ड्रैगन फ्रूट के उत्पादन में वृद्धि हो ताकि उसका एक्सपोर्ट किया जा सके।यहां के किसानों का रुचिकर फल है पाईन एप्पल, इसको भी विकसित किया जाए।उन्होंने कहा कि यहां जो तटबंध बने हैं, उससे बगल के गांव और खासकर इस संस्थान की सुरक्षा होगी।मुख्यमंत्री के समक्ष कम्युनिटी साइंस, होम साइंस का अलग कॉलेज खोलने का प्रस्ताव रखा गया, जिसके बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां इसका सेंटर पहले खुलवाइये उसके बाद वो अपनी उपयोगिता सिद्ध करे तो इस सेंटर को विकसित कर कॉलेज रुप में परिणत किया जा सकता है।मुख्यमंत्री ने सुझाव देते हुए कहा कि यहां बैंक का ब्रांच जरुर खुलवायें।उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने का निर्देश दिया और कहा कि इस परिसर में जहां बालू अधिक है वहां परवल, खीरा, तरबूज जैसे फलों का उत्पादन किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि ईको टूरिज्म के लिए किशनगंज बेहतर साइट प्रतीत होता है।प्रस्तुतिकरण के दौरान मुख्यमंत्री का स्वागत अगंवस्त्र, पुष्प-गुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया गया।इस अवसर पर कृषि मंत्री डाॅ0 प्रेम कुमार, सांसद श्री संतोष कुशवाहा, विधायक मास्टर मुजाहिद आलम, विधायक नौशाद आलम, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती रूकैया बेगम, जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सैयद महमूद अशरफ, जदयू जिलाध्यक्ष फिरोज अंजुम सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, प्रधान सचिव कृषि श्री सुधीर कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन डॉ0 एन0 विजया लक्ष्मी, कोसी प्रमंडल की आयुक्त डॉ0 सफिना ए0एन0, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कुलपति डॉ0 अजय कुमार सिंह, डॉ0 कलाम कृषि महाविद्यालय किशनगंज के अधिष्ठाता एवं प्राचार्य प्रो0 यूएस जायसवाल सहित अन्य प्राध्यापकगण एवं पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह 

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