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दुनिया का दूसरा गंदा धंदा है वैश्यावृति,वेश्यावृत्ति दुनिया के सबसे पुराने पेशों में से एक है इसका जिक्र बाइबिल में मिलता है…

कहते हैं वैश्यावृति दुनिया का सबसे पुराना पेशा है लेकिन इस पेशे के बारे में खुलकर बात करने से लोग अक्सर परहेज करते हैं।कई देशों में यह कानूनी है और यौनकर्मी अन्य किसी भी पेशे की तरह सरकार को टैक्स भी चुकाते हैं।वहीं भारत में देह व्यापार गैरकानूनी नहीं है,लेकिन दलाली करना,चकला चलाना और सार्वजनिक जगहों पर ग्राहक ढूंढना अपराध है।वैश्यावृति के लिए मशहूर एशिया के अधिकतर देशों,जैसे थाईलैंड और फिलीपींस में यौनकर्म गैरकानूनी है

वह स्थान होता है जहाँ पर पैसे देकर संभोग किया जाता है।वेश्यावृत्ति दुनिया के सबसे पुराने पेशों में से एक है।इसका जिक्र बाइबिल में मिलता है।प्राचीन इजरायल में वेश्यावृत्ति को मूक सहमति मिली हुई थी।द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी सैनिक हमला करने के बाद जबरदस्ती औरतों को वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेलते थे।इनमें सबसे ज्यादा संख्या कोरियाई और चीनी औरतों की थी,जिन्हें युद्ध के दौरान जापान के वेश्यालयों में पहुंचाया गया ।देह व्यापार में एम्सटर्डम का रेड लाइट एरिया शायद दुनिया का सबसे मशहूर हिस्सा है।

अन्य देशों से विपरीत,जहां लोग छिप छिपाकर रेड लाइट एरिया में जाते हैं,एम्सटर्डम में टूरिस्ट खास तौर से इस इलाके को देखने पहुंचते हैं।बेल्जियम में भी देह व्यापार कानूनी है।फ्रांस और जर्मनी इन दोनों देशों में देह व्यापार को नियंत्रित करने के लिए कड़े नियम हैं।जर्मनी के कुछ शहरों में यौनकर्मियों को सड़कों पर ग्राहक खोजने के लिए खड़े होने की अनुमति नहीं है।

आज से करीब 2000 साल पहले यानि 79 ईस्वी में पश्चिमी इटली का प्राचीन शहर,’Pompeii’ Mount Vesuvius के एक विस्फोटक से दफन हो गया था।1748 में हुई खुदाई के दौरान ये पूरा शहर पाया गया।इसके साथ ही शहर के निवासियों की निजी संपत्ती भी पाई गई।Pompeii’में एक मशहूर वेश्यालय भी था,जिसे साल 2006 में आम लोगों के लिए खोल दिया गया इस वेश्यालय में कुल 10 कमरें हैं और सभी कमरों में पत्थर के बिस्तर बने हैं।बताया जाता है कि इसी पर वेश्याएं अपने ग्राहकों के साथ वक्त बिताती थीं।जब वेश्यालय खुला तो इस वेश्यालय से कई पॉर्नोग्रफ़िक पेंटिंग्स भी पाई गई हैं,जिससे पता चलता है कि उस वक्त Pompeii में देहव्यापार किस स्तर का होता था।रिर्सच में पाया गया है कि Pompeii में देहव्यापार गैरकानूनी नहीं था,लेकिन फ़िर भी कई वेश्याएं सेक्स गुलाम की तरह रखी जाती थी।कहा ये भी जाता है कि उस वक्त पुरुष जितनी चाहे,उतनी औरतों के साथ सेक्स कर सकते थे,लेकिन शादी शुदा महिलाएं सिर्फ़ अपने पति के साथ ही संबंध बनाती थी।दुनिया की महान संस्कृतियों में से एक हिन्दू और ग्रीक सभ्यता में सेक्स को ले कर कई बातें कही जाती हैं।हिन्दू धर्म में जहां‘रति’ को सेक्स की देवी माना जाता है,वहीं ग्रीक सभ्यता में‘ऐफ्रोडाइट’को यह पदवी हासिल है।पर इन सब के अलावा वेश्यावृति भी एक ऐसी चीज़ थी,जिसे दुनिया की कई बड़ी संस्कृतियों में आस्था और सम्मान की नज़रों से देखा जाता था ।

आज हम आपको कुछ ऐसे प्राचीन तथ्यों के बारे में बता रहे हैं,जो यह साबित करते हैं कि प्राचीन युग के समाज में वेश्यावृति का स्थान काफ़ी पवित्र था।धर्म और धार्मिक गतिविधियों के नाम पर की जानेवाली कामुक गतिविधियां पवित्र वेश्यावृति के अंतर्गत आती थी।विद्वानों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों में धन का आदान-प्रदान नहीं होता था।बहुत से विद्वानों का मानना है कि इसकी शुरुआत सुमेरिया के राजा और प्रेम की देवी Inanna के मिलन से हुई थी।पर इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि उन्होंने कहीं यौन-क्रिया में भाग लिया हो।

भारत के टॉप 10 रेड लाइट एरिया जहाँ रोटी के लिए बिकती है देह अब इसे विडंबना कहें कि दुर्भाग्य कि आज भी देश में कई ऐसे इलाके हैं,जहां लड़कियां ऐसा करने को मजबूर हैं।देखिए भारत के 10 ऐसे रेड लाइट एरिया,जिनकी एशिया में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा होती है।

राजधानी दि‍ल्ली स्थित जीबी रोड का पूरा नाम गारस्टिन बास्टिन रोड है।यह राजधानी दिल्ली का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है।हालांकि इसका नाम सन् 1965 में बदलकर स्वामी श्रद्धानंद मार्गकर दिया गया।इस इलाके का भी अपना इतिहास है।बताया जाता है कि यहां मुगलकाल में कुल पांच रेडलाइट एरिया यानी कोठे हुआ करते थे।अंग्रेजों के समय इन पांचों क्षेत्रों को एक साथ कर दिया गया और उसी समय इसका नाम जीबी रोड पड़ा।जानकारों के मुताबिक देहव्यापार का यहां सबसे बड़ा कारोबार होता है,और यहां नेपाल और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लड़कियों की तस्करी करके यहां के कोठों पर लाया जाता है।वर्तमान में एक ही कमरे में कई केबिन बनें है।

देश के पूर्वी भाग के सबसे बडे महानगर सोनागाछी को एशिया का सबसे बड़ा रेडलाइट एरिया माना जाता है।अनुमान के मुताबिक यहां कई बहुमंजिला इमारते हैं,जहां करीब 11 हजार वेश्याएं देह व्यापार में लिप्त हैं।उत्तरी कोलकाता के शोभा बाजार के पास स्थित चित्तरंजन एवेन्यू में स्थित इलाके में वेश्यावृत्ति से जुड़ी महिलाओं को बाकायदा लाइसेंस दिया गया है।यहां इस व्यापार को कई तरह के समूह चलाते हैं,जिन्हें एक तरह से गैंग कहा जाता है।एक अनुमान के मुताबिक इस स्लम में 18 साल से कम उम्र की करीब 12 हजार लड़कियां सेक्स व्यापार में शामिल हैं।

मध्य प्रदेश में एक तरह से सिंधिया परिवार की सरजमीं पर ग्वालियर में रेशमपुरा एक बड़ा रेडलाइट इलाका है।यहां देह व्यापार के लिए विदेशी लड़कियों के साथ मॉडल्स,कॉलेज गर्ल्स भी हैं।यहां एक तरह से कॉलेज गर्ल्स के लिए बाकायादा ऑफिस खोले जाने लगे हैं।इंटरनेट और मोबाइल पर आनेवाली सूचनाओं के आधार पर कॉलगर्ल्स की बुकिंग होती है। ईमेल या मोबाइल पर ही ग्राहक को डिलीवरी का स्थान बता दिया जाता है।कॉलगर्ल्स को ठेके पर या फिर वेतन पर रखा जाता हैं।एक अनुमान के मुताबिक यहां तकरीबन 2 लाख सेक्स वर्कर्स का परिवार रहता है,जो पूरे मध्य एशिया में सबसे बड़ा है।

फैशन,फिल्मों और बिजनेस का शहर मायानगरी मुंबई का एक इलाका कमाठीपुरा पूरी दुनिया के सबसे प्रमुख रेडलाइट एरिया में चर्चित है।बताया जाता है कि यह एशिया का सबसे पुराना रेडलाइट एरिया है।इस एरिये का इतिहास सन् 1795 मे पुराने बॉम्बे के निर्माण से शुरू होता है।बताया जाता है कि इस इलाके में निर्माण क्षेत्र में काम करनेवाली आंध्रा महिलाओं ने यहां देह व्यापार का धंधा शुरू किया था और कुछ ही सालों,यानी की 1880 में यह क्षेत्र अंग्रेजों के लिए ऐशगाह बन गया।कमाल की बात यह है कि आज भी यह देहव्यापार के लिए इस क्षेत्र को पूरे देश में बखूबी जाना जाता है ।

यूं तो इलाहाबाद गंगा,जमुना और सरस्वती के संगम के चलते प्रयागराज तीर्थ के रूप में पूरे भारत में प्रसिद्ध है।लेकिन यहां बाजार चौक में मीरगंज इलाके में स्थित इतिहास एक रेडलाइट ऐरिया है जो तकरीबन डेढ़ सौ साल पुराना है।यहां की पुरानी इमारतों से ढकी हुई बंद गलियों में आपको यहां का वेश्याबाजार दिखाई देगा।हर घर के बाहर सज-धज कर तैयार महिलाएं हर आने जाने वाले को अपने पास बुलाती नजर आ जाएंगी।जानकारी के अनुसार यहां पर पहले कोठे चलते थे और यहां पुराने जमीदार मुजरा देखने आते थे।यहां अवैध तरीके से देह व्‍यापार होता है।कभी पूरे देश में कभी शिक्षा का केंद्र रहा इलाहबाद यहां स्थित मीरगंज इलाके में स्थित कोठे के लिए भी प्रसिद्ध है।

दुनिया के प्राचीन शहरों में से एक वाराणसी एक तरह से हिंदुओं का सबसे पवित्र तीर्थ है,लेकिन यहां देह व्यापार का इतिहास भी कई पुरानी गलियों में दिखाई देता है।यहां की दालमंडी और शिवदासपुर जैसे इलाके सालों पुराने देह व्यापार की मंडिया हैं।शिवदासपुर वाराणसी रेलवे स्टेशन से तकरीबन 3 किलोमीटर दूर स्थित इलाका यहां के रेडलाइट इलाके के रूप में फेमस है।यह एक तरह से यूपी का सबसे बड़ा रेडलाइट इलाका है।इसी तरह यहां स्थित दालमंडी इलाका भी तमाम तरह के कानूनी पाबंदियों के बाद भी आज भी चल रहा है।यहां की तंग गलियों में घर के बाहर खड़ी लड़कियां ग्राहकों को उसी पारंपरिक तरीके से रिझाती नजर आती हैं,जैसे एक समय यहां चलनेवाले कोठे में पारं‍परिक रूप से चलन में था।

महाराष्ट्र की उप राजधानी नागपुर में इतवारी इलाके में गंगा-जमुना इलाका है,जहां वेश्यावृत्ति चलती है।यह इलाका देह व्यापार के लिए जाना जाता है।गंगा जमुना इलाका देह व्यापार के साथ साथ आपराधिक गतिविधियों और तस्करी के लिए भी जाना जाता हैं।

बिहार का मुजफ्फरपुर इलाका राज्य के बड़े रेडलाइट इलाकों में से एक है। बताया जाता है कि उत्तरी बिहार का यह सबसे बड़ा रेडलाइट इलाका है।बिहार की चौथी सबसे अधिक आबादी वाले शहर मुजफ्फरपुर के आसपास के क्षेत्र में कई छोटे वेश्यालयों है।

पश्चिमी यूपी के बड़े शहर मेरठ में स्थित कबाड़ी बाजार बहुत ही पुराना रेड लाइट एरिया है।यहां अंग्रेजों के जमाने से देहव्यापार किया जाता है।यहां देह व्‍यापार के धंधे मे अधिकांश नेपाली लड़कियां ही हैं।पश्चिमी यूपी के बड़े शहर मेरठ में स्थित कबाड़ी बाजार बहुत ही पुराना रेड लाइट एरिया है।यहां अंग्रेजों के जमाने से देहव्यापार किया जाता है।।यहां देह व्‍यापार के धंधे मे अधिकांश नेपाली लड़कियां ही हैं।

धर्मेन्द्र सिंह

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