किशनगंज : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जिले की प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ उर्मिला सहित अन्य 02 स्वास्थ्यकर्मी को स्वास्थ्य मंत्री ने पटना में किया सम्मानित।

पिछले 32 वर्षों से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा देने में बेहतर कार्य का मिला इनाम:-डॉ उर्मिला
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य क्षेत्र में किशनगंज जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला चिकित्सक डॉ उर्मिला एवं एएनएम पुष्पलता कुमारी एवं आशा बुलबुल पाल को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा पटना में सम्मानित किया गया। उन सभी स्वास्थ्य कर्मियों को महिला दिवस के अवसर पर पटना आवागमन, भोजन व रहने आदि की पूरी व्यवस्था केयर इंडिया, के द्वारा उपलब्ध कराई गई। जिले की चिह्नित महिला स्वास्थ्य कर्मियों को स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सम्मानित किए जाने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि सभी सम्मानित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सम्बंधित स्वास्थ्य केन्द्र में लोगों को सभी तरह के स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने में बेहतर योगदान दिया गया है। महिला दिवस पर राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी पत्र के अनुसार उन्हें चिह्नित कर पटना भेजा गया जहाँ उन्हें सम्मानित किया गया। इसके अलावा भी जिले की बहुत सी अन्य महिला स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा हमेशा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सहायता प्रदान की जाती है। वे सभी महिला कर्मी सम्मान के लायक हैं जिन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा हमेशा प्रोत्साहन दिया जाता है। स्वास्थ्य विभाग में महिला कर्मचारियों का बहुत ज्यादा योगदान होता और इसके लिए हमेशा उन्हें सभी लोगों द्वारा सम्मान दिया जाना चाहिए। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि वरीय महिला चिकित्सक डॉ उर्मिला कुमारी वर्ष 1990 से लगातार स्वास्थ्य सेवा में अपना योगदान दे रही हैं। जिले की कई माँ के प्रसव पीड़ा को उन्होंने कम किया है। वो एक कर्मठ एवं लगनशील महिला चिकित्सक हैं। उनको यह सम्मान बेहतर कार्य के लिए दिया गया है।महिला चिकित्सक डॉ उर्मिला कुमारी ने सम्मानित होने पर बताया कि महिलाओं द्वारा सभी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया जाता है। फिर चाहे वह घर हो, कार्यालय हो या अन्य कोई जगह। किसी भी कार्य में उनके द्वारा बेहतर प्रदर्शन किया जाता है। उनकी ऐसी बहोउन्मुखी भूमिका के लिए उन्हें हर किसी के द्वारा उत्कृष्ट सम्मान दिया जाना चाहिए। महिला स्वयं ही शक्ति है जब वो प्रसव पीड़ा सह लेती है तो वो कमजोर कैसे हो सकती है। बस उसे अपने अंदर के ऊर्जा को बाहर निकालना है। जिससे वो और भी मजबूत और कर्मठ हो सकती है। मैंने जिले को 32 वर्ष दिए हैं। मैं अपने कार्य से सन्तुष्ट हूँ। वहीं एएनएम पुष्पलता एवं आशा बुलबुल पाल भी अवार्ड मिलने से काफी खुश दिखी। उसने कहा कि मैं आगे और शक्ति के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करूँगी। इस सम्मान के लिए मैं जिले के स्वास्थ्य विभाग के सभी वरीय अधिकारियों का आभार व्यक्त करती हूं।