किशनगंज जिला में 21 जनवरी को 253 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला में पांच लाख लोग शामिल होंगे।मानव श्रृंखला को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है।तैयारी पूरी करने के साथ-साथ अब जागरूकता अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को कार्यक्रम में शामिल करने की प्रशासन अपील कर रहा है,ताकि किशनगंज जिले का राज्य भर में अलग पहचान बने।लिहाजा शुक्रवार को जिलाधिकारी पंकज दीक्षित ने संवाददाता सम्मेलन कर मीडिया कर्मियों से लोगों को जागरूक करने में सहयोग करने की अपील की।संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि मानव श्रृंखला का सैटेलाइट व हेलीकॉप्टर से फोटोग्राफी की जाएगी।इसके लिए उन्होंने प्रशासनिक तैयारी पूरी कर लेने की बात कही।कार्यक्रम के तैयारी की रूपरेखा बताते हुए उन्होंने कहा कि मानव श्रृंखला के लिए निर्धारित मार्गों पर स्वास्थ विभाग के द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है।
पुलिस प्रशासन के द्वारा प्रत्येक 10 किमी पर एक कैंप बनाया जाएगा,जिसमें मेडिकल टीम की भी तैनाती होगी।प्रत्येक कैंप पर एक एंबुलेंस,एक चिकित्सक व दो अस्पताल कर्मी के साथ इमरजेंसी दवा की सुविधा उपलब्ध रहेगी।इसके साथ ही संबंधित क्षेत्र के चिकित्सा प्रभारी भी तैनात रहेंगे।डीएम ने बताया कि मानव श्रृंखला के निर्धारित मार्गों पर यातायात बंद रहेगा तथा लोगों के लिए पेयजल की सुविधा भी उपलब्ध होगी।मानव श्रृंखला का मुख्य मार्ग एनएच 31 बहादुरगंज मोड़ से एलआरपी बहादुरगंज तक 28 किमी,बहादुरगंज सीमांत से गलगलिया होते हुए चरघरिया (अररिया) तक 84 किमी की यानी कुल 112 किमी की है।इसके अलावा सभी प्रखंड के पंचायतों से भी मानव श्रृंखला बनाया जाएगा।जो दूसरे प्रखंड व पंचायतों को जोड़ेगा।कुल मिला कर 253 किमी तक का किशनगंज में जागरूकता मानव श्रृंखला बनेगा।मानव श्रृंखला को पूरा करने के लिए प्रत्येक किमी के लिए 2000 लोगों की आवश्यकता होगी।इस हिसाब से देखें तो 253 किमी के लिए लगभग पांच लाख लोगों की आवश्यकता होगी।इसे पूरा करने के लिए आम लोगों,छात्र-छात्रएं,विभिन्न सामाजिक संगठनों,जनप्रतिनिधियों आदि को प्रोत्साहित किया जा रहा है।बिहार सरकार के द्वारा नोडल पदाधिकारी के रूप में जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्राधिकृत किया गया है,जिनकी भूमिका कार्यक्रम में अहम होगी।