औरंगाबाद DM कंवल तनुज के आवास पर CBI ने छह ठिकानों पर एक साथ की छापेमारी…
सीबीआई आधिकारी राजेश रंजन के नेतृत्व में उनके सभी ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है।सूत्रों के अनुसार,इस मामले में एक और आरोपी का नाम सामने आ रहा है। CBI बिहार के साथ-साथ यूपी के लखनऊ और नोएडा सहित DM के छह ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर रही है।
औरंगाबाद एनटीपीसी के लिए जमीन अधिग्रहण की लेन-देन मामले में फंसे औरंगाबाद DM कंवल तनुज के आवास पर CBI की छापेमारी चल रही है।आपको मालुम हो की कंवल तनुज पर ढ़ाई करोड़ रुपये गबन करने का आरोप है।सीबीआई ने शुक्रवार दिनांक-23.02.2018 को इसकी जानकारी दी।जानकारी के मुताबिक,DM कंवल तनुज एनटीपीसी के लिए जमीन अधिग्रहण में लेन-देन से जुड़े मामले में फंसे हैं।इस मामले में करीब दो करोड़ 10 लाख रुपए की गड़बड़ी की बात सामने आ रही है।इस मामले को लेकर उनके खिलाफ FIR भी दर्ज कराया गया है।सीबीआई आधिकारी राजेश रंजन के नेतृत्व में उनके सभी ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है।सूत्रों के अनुसार,इस मामले में एक और आरोपी का नाम सामने आ रहा है।दूसरे आरोपी का नाम शिव कुमार है।बता दें कि CBI बिहार के साथ-साथ यूपी के लखनऊ और नोएडा सहित DM के छह ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर रही है।
दो करोड़ के घपले में औरंगाबाद के डीएम को सीबीआइ ने औरंगाबाद नवीनगर में बिजली परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण में 2 करोड़ 10 लाख की हेराफेरी में डीएम कंवल तनुज समेत कई अफसरों पर सीबीआइ ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।ब्यूरो की टीम ने दिनांक-24.02.2018 को सुबह कंवल तनुज के आवास समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की।देर शाम तक सीबीआइ ने डीएम के अलावा एडीएम राम अनुग्रह सिंह,जिला भू-अर्जन पदाधिकारी मंजूर अली और उनके कार्यालय के कर्मचारियों से घंटों पूछताछ की।
अधिकारियों के खाते में ट्रांसफर हुआ जमीन का मुआवजा आपको बताते चले की औरंगाबाद के नवीनगर में भारतीय रेल एवं एनटीपीसी के संयुक्त उपक्रम बीआरबीसीएल (भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड) में 1000 मेगावाट के बिजली घर का निर्माण चल रहा है।1500 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है।अधिग्रहीत जमीन में खाता संख्या 12,खेसरा 01 मौजा कजराइन की 7 एकड़ 45 डिसमिल जमीन को 2015 में मालिक गैरमजरुआ घोषित किया गया था।इसका कोई दावेदार नहीं है।दो वर्ष बाद 2017 में नवीनगर के गोपाल प्रसाद सिंह (अब मृत) के नाम से रिपोर्ट आई कि ये जमीन उनकी है।मुआवजे का भुगतान किया जाए।आरोप है कि परियोजना के सीईओ सी.शिवकुमार ने 2 करोड़ 10 लाख का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से किया।ये पैसा
अफसरों के खाते में गए हैं।भुगतान कराने में डीएम एवं परियोजना के सीईओ साजिशकर्ता में शामिल किए गए हैं।जमीन गोपाल प्रसाद सिंह की नहीं थी।इसकी शिकायत सीबीआइ में की गई।सीबीआइ वाले बोले,सीएम को सूचना देकर आए हैं सीबीआइ की टीम सुबह करीब 8.30 बजे डीएम कंवल तनुज के आवास पर पहुंच गई।एसपी राजेश रंजन के नेतृत्व में पहुंची टीम ने आवास के अंदर
जाते ही गोपनीय शाखा और कार्यालय को कब्जे में ले लिया।गौर करे की यहां कार्य कर रहे कर्मियों को बाहर निकाल ताला लगा दिया गया।इसके बाद कार्रवाई प्रारंभ हुई।एक कर्मी ने जब कार्यालय से बाहर जाने पर एतराज जताया तो सीबीआइ के अधिकारी ने कहा कि सीएम को सूचना देकर आए हैं घबराइए नहीं हम सभी सीबीआइ के अधिकारी हैं।स्टेनो विवेक कुमार को अधिकारियों ने आवास से बाहर कर दिया।जिला भू-अर्जन पदाधिकारी से परिसदन,डीएम आवास एवं कार्यालय में पूछताछ की गई।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर