किशनगंज महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने साझा किए अनुभव, रखीं अपनी आकांक्षाएं

किशनगंज,01 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में विभिन्न पंचायतों की महिलाओं ने आत्मविश्वास के साथ अपने अनुभव साझा किए और सरकार से विकास से जुड़े मुद्दों पर सुझाव व आकांक्षाएं भी व्यक्त कीं। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करना है जहां वे न केवल सरकारी योजनाओं के लाभ साझा करें, बल्कि नीति और स्थानीय विकास को लेकर अपनी राय भी खुलकर रख सकें।
कोचाधामन प्रखंड की पाटकोई कला पंचायत की शांति कुमारी ने बताया कि वे पशु सखी के रूप में कार्य कर रही हैं। वे बकरियों को कृमिनाशक दवा पिलाने, टीकाकरण एवं बंध्याकरण जैसे कार्य करती हैं और इससे उन्हें प्रतिमाह ₹15,000 से अधिक की आमदनी हो जाती है। उन्होंने बताया कि पहले आर्थिक स्थिति खराब थी लेकिन स्वयं सहायता समूह से जुड़ने के बाद उनकी पहचान बनी है और वे अब अपने पंचायत के लगभग 300 बकरीपालक परिवारों को सेवा दे रही हैं।
इसी पंचायत की प्रतिमा देवी ने ‘हीना जीविका स्वयं सहायता समूह’ से ऋण लेकर खेती-बाड़ी शुरू की। अब वे अनाज और सब्जी की खेती से अच्छी आमदनी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि समूह से एक रुपये की अल्प ब्याज दर पर ऋण मिल जाता है जिससे अब महाजनों के चंगुल से महिलाओं को मुक्ति मिली है।
गाछपाड़ा पंचायत, सदर प्रखंड की नीलम ने प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि में वृद्धि की मांग की। उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्री की महँगाई के कारण अब आवास बनवाना कठिन होता जा रहा है। साथ ही, उन्होंने रसोई गैस (एलपीजी) की कीमतें घटाने की भी मांग की।
ठाकुरगंज प्रखंड के कुकुरबाघी पंचायत की किरण देवी ने गाँव-टोलों की सड़कों की नियमित मरम्मती की आवश्यकता जताई ताकि आवागमन में सुविधा हो सके। इसी पंचायत की सीता देवी ने स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता से संबंधित सुविधाओं को बढ़ाने की माँग की, विशेषकर आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए।
महिला संवाद कार्यक्रम में भाग ले रहीं महिलाएं न केवल अपनी समस्याएं और आकांक्षाएं साझा कर रही हैं, बल्कि आत्मविश्वास के साथ सरकार की योजनाओं की समीक्षा भी कर रही हैं। यह कार्यक्रम महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो रहा है।