राजनीति

केन्द्र सरकार ने अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने की मंशा से वक्फ संशोधन विधेयक लाया, जिसमें संवैधानिक व्यवस्था और साझी विरासत का भी ख्याल नहीं रखा: प्रो0 मनोज कुमार झा

सोनू यादव/राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय के कर्पूरी सभागार में राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो0 मनोज कुमार झा ने पूर्व मंत्री श्री आलोक कुमार मेहता, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता श्री शक्ति सिंह यादव, विधान पार्षद कारी मोहम्मद सोहैब, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, अरूण कुमार यादव एवं प्रमोद कुमार सिन्हा के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय बेंच ने वक्फ संशोधन विधेयक पर जो पहलकदमी करते हुए दिशा दी है ये एक बेहतर और सकारात्मक कदम है। केन्द्र सरकार ने 05 मई के सुनवाई होने तक अंडरटेकिंग दी है कि कोई भी बदलाव नहीं किया जायेगा। माननीय सर्वोच्च न्यायालय में जिन बातों को इंगित किया है उस पर केन्द्र सरकार और अटार्नी जेनरल से कहा है कि सभी बिन्दुओं पर आप अपना मंतव्य 05 मई, 2025 तक कोर्ट में प्रस्तुत करें। माननीय सर्वोच्च न्यायालय की पहलकदमी अर्ध्य विराम है।
इन्होंने वक्फ संशोधन विधेयक के मामले पर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद जी और नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी सहित देश और बिहार के आम अवाम का भी शुक्रिया अदा करता हंू जो इस मामले पर लगातार साझी विरासत और संवैधानिक व्यवस्था को बचाने में सक्रिय रहे। खासतौर से लालू प्रसाद जी बीमार रहते हुए भी उनकी जो इस मामले पर जो चिंता थी वह स्पष्ट रूप से दिखी। ये लड़ाई मुसलमानों की नहीं बल्कि साझी विरासत को बचाने और देश वासियों के पहचान को मजबूत करने की लड़ाई है तभी तो सदन के अन्दर सभी विपक्षी सदस्यों ने इस मामले पर अपनी बातें मजबूती से रखी और उनमें अधिकतर सदस्य हिन्दू थे क्योंकि ये लड़ाई देश और देश के संविधान को बचाने के लिए मिलकर रखने की थी और इस पर सभी ने मजबूती से बातें रखी। पहले भी वक्फ संशोधन के मामले हुए हैं लेकिन पहली बार साझी विरासत के खिलाफ वक्फ संशोधन विधेयक लाया गया जिसका सभी ने मिलकर मुखालफत की। सदन में जैसे ही केन्द्र सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक पास करा लिया तब नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने इस मामले में कानूनी लड़ाई की बातें की थीं और उसी के अनुसार राष्ट्रीय जनता दल की ओर से चार याचिका दाखिल की गई। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने दस याचिका पर सुनवाई की जिसमें राष्ट्रीय जनता दल की ओर से जो याचिका दाखिल की गई थी उसमंे एक याचिका पर भी सुनवाई हुई।

प्रो0 मनोज झा ने आगे कहा कि सदन के अन्दर सरकार ने अपने बहुमत के आधार पर वक्फ संशोधन विधेयक पास करा लिया लेकिन बहुमत का मतलब यह नहीं होता है कि किसी मामले को बुलडोज कर दिया जाये। सरकार चलती है समन्वय के आधार पर।

बहुमत का मतलब यह नहीं होता है कि किसी मामले को बुलडोज कर दिया जाये। समन्वय के आधार पर समझौता और मिलकर चलाने के लिए सरकार होती है। केन्द्र सरकार ने ऐसे फैसले लिये जो समाज में फासला बढ़ाता है। लेकिन जिस तरह से सरकार ने इस मामले में एक्ट को पास कराया ये कहीं न कहीं देश के साझी विरासत और संवैधानिक व्यवस्था को कमजोर करने वाली कार्रवाई लगती है। केन्द्र सरकार बहुमत के आधार पर देश के लोगों को हासिये पर न खड़ा करे क्योंकि ये देश और सभी के नुकसानदायक होगा।

इन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार अपने उद्योगपति मित्र को फायदा पहुंचाने के लिए लिमिटेशन एक्ट को इसमें शामिल किया था और सबको पता है कि मुंबई में एक बड़े उद्योगपति जो यतीमखाना की जमीन पर अपना मकान बनाये हुए हैं उसको फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक लाया ताकि वक्फ की जमीनों को अपने उद्योगपति मित्रों को देकर उन्हें उपकृत किया जाये। सभी को पता है कि बिहार में जो सर्वे का काम हो रहा है उसमें बहुतों के पास कागजात नहीं है लेकिन सरकार सर्वे कराकर उस जमीन पर अपनी निगाह टिकाए हुए है। नीतीश कुमार इस तरह से जानते हुए भी साझी विरासत और असंवैधानिक कार्य पर चुप्पी साधे हुए हैं, ये चिंता का विषय है। ऐसा लगता है कि सरकार में बने रहने के लिए जनता दल यू ने भाजपा के विचारों से समझौता कर लिया है।

प्रो0 मनोज झा ने आगे कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ गांधी जी के विचारों के अनुसार सड़क से लेकर सदन तक राष्ट्रीय जनता दल ने अपनी बातें रखी और बाबा साहब के संविधान के अनुसार कानूनी तरीके से इस मामले में चार याचिका दाखिल कर न्याय की गुहार लगायी। भारत में यदि किसी भी धर्म के आस्था पर चोट होगी तो राष्ट्रीय जनता दल उसके साथ खड़ा रहेगा। देश का मिजाज और संस्कृति साझी विरासत की है, कोई चाहकर भी हिन्दू को मुसलमान से अलग नहीं कर सकता और ना हीं सिख, इसाई और बौद्ध को क्योंकि भारत की गंगा-जमुनी संस्कृति पहचान रही है और इसको सभी बनाये रखने पर विश्वास करते हैं।

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