किशनगंज : नाला निर्माण को लेकर वार्ड सदस्यों ने लगाए मुखिया पति, पंचायत सचिव और कनीय अभियंता पर गंभीर आरोप

किशनगंज/फरीद अहमद, जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत जीरनगाछ पंचायत में नाला निर्माण कार्य में वार्ड सदस्यों ने अनियमितता का आरोप लगाते हुए उप विकास आयुक्त, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी ठाकुरगंज को आवेदन देकर जांच की मांग की है। वार्ड सदस्य के आवेदन अनुसार जिरनगाछ पंचायत में वित्तीय वर्ष 22-23 के अंतर्गत 15वीं वित्त आयोग अनटाइड के तहत वार्ड नंबर 03 में कादिर के घर से लेभुआ के घर तक नाला निर्माण कार्य, वार्ड नंबर 02 में शहाबुद्दीन के घर से इबरा के घर तक नाला निर्माण कार्य, वार्ड नंबर 15 में मुस्तफा के घर से खाड़ी तक नाला निर्माण कार्य में घोर अनियमितता का आरोप लगाया गया है, आवेदन में लिखित शिकायत के अनुसार तीनों नाला निर्माण कार्य में मुखिया पति नजरूल हक, पंचायत सचिव जगमोहन सिंह एवं कनीय अभियंता कैसर आलम ने आपसी सांठगांठ कर लोकल मिट्टी युक्त बालू तथा बजरी का प्रयोग कर नाला का निर्माण करवाने का आरोप लगाया है, जिसके साथ ही प्राक्कलन पट में उल्लेखित योजना के नाम के अनुसार स्थल पर कार्य नहीं हुआ है। उक्त तीनों जिम्मेदार लोगों द्वारा प्राक्कलन में बताए गए स्थल के बजाय अन्य स्थल पर नाला निर्माण कार्य किया गया है जिससे वार्ड सदस्यों को नियमानुकूल प्रतीत नहीं होता है। वार्ड सदस्यों का कहना है कि इस संबंध में मुखिया सोगरा नसरीन को कई बार योजना के मुताबिक कार्य कराने के लिए गुजारिश की गई, परंतु मुखिया पति नजरुल हक जो कि पंचायत के सभी कार्यों में दखल देते रहते हैं का आरोप लगाया गया। वार्ड सदस्यों का आरोप है कि उन लोगों को एक भी बार पंचायत के मुखिया सोगरा नसरीन से बात नहीं करने दिया गया है। उक्त कार्यों में मुखिया सोगरा नसरीन एवं उनके पति नजरुल हक पंचायत सचिव जगमोहन सिंह तथा कनीय अभियंता कैसर आलम के साथ मिलकर प्राक्कलन से हटकर व कार्यों में गड़बड़ी कर राशि का बंदरबांट किए जाने का भी आरोप लगाया गया है। वार्ड सदस्यों ने आवेदन देकर योजनाओं की स्थलीय जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई करने की मांग की है। इस संबंध में ठाकुरगंज प्रखंड विकास पदाधिकारी सुमित कुमार ने बताया कि जांच के लिए आदेश दे दिया गया है।
इस संबंध में कनीय अभियंता कैसर आलम से भी दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया गया तो उनका फोन किसी दूसरे स्टाफ के पास था जिसके कारण उनका पक्ष नहीं रखा गया है, पुनः उनका पक्ष जानने के लिए कई बार दूरभाष के माध्यम से संपर्क कर मामले की जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कहा की अभी जिला में काम कर रहे है। (गुरुवार 20.10.22) संबंधित पंचायत के मुखिया पति को भी दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया गया परंतु उन्होंने कुछ भी बताने से टालमटोल किया। पंचायत सचिव जगमोहन सिंह से भी मामले को लेकर प्रतिक्रिया जानने की कोशिश दूरभाष के माध्यम से किया गया परंतु असफल रहा।
नाला निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि नाला निर्माण ना होने के कारण गांव में पानी बहाने का कोई भी साधन नहीं है जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण नाला निर्माण की मांग कर रहे हैं। अब देखने वाली बात यह है कि आखिर मामले की जांच कब तक होती है और जांच उपरांत क्या कार्रवाई होती है ? यह जानने के लिए भी जनता व्याकुल है।