कुख्यात राहुल दुबे गिरोह के दो सदस्य को इंस्पेक्टर मनोज ने कानून के शिकंजे में कसा, निशाने पर था रामगढ़ का कोयला कारोबारी, हरियाणा से आया था शूटर….

रांची//राजधानी रांची में पुलिस ने राहुल दुबे गिरोह के दो सदस्य को हथियार के साथ टाटीसिल्वे के रास्ते रांची आते समय गिरफ्तार किया है। बताते चले की 26 दिसंबर की देर रात रांची के एसएसपी राकेश रंजन को गुप्त मिली कि संगठित अपराधी राहुल दुबे गिरोह के सदस्य हथियारों के साथ टाटीसिल्वे के रास्ते रांची आ रहे हैं। जिनका मकसद कारोबारियों की रेकी कर रंगदारी मांगना और जरूरत पड़ने पर फायरिंग तक कर, वारदात कौ अंजाम देना था।
एसएसपी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन…
जिसके बाद एसएसपी राकेश रंजन के निर्देश पर ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर और सीनियर डीएसपी अमर पांडेय एवं नामकुम थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने सिपाही नदी पुल जोरार के पास चेकिंग शुरू की। इसी दौरान टाटीसिल्वे की ओर से एक अपाची बाइक आती दिखाई दी। जैसे ही बाइक सवारों की नजर पुलिस पर पड़ी, उन्होंने हेडलाइट बंद कर दी। इस हरकत के बाद पुलिस एक्टिव मोड पर आ गई। दोनों युवक बाइक मोड़कर पीछे भागने लगे, लेकिन पहले से सतर्क पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। पकड़े गए युवकों ने अपना नाम राजेश पाण्डेय उर्फ अमरजीत पाण्डेय उम्र करीब 29 वर्ष निवासी सोनहातू जिला रांची और कन्हाई दास उम्र करीब 23 वर्ष निवासी सोनहातू जिला रांची बताया।
जेब से निकला पिस्टल…
तलाशी के दौरान दोनों के पास से पिस्टल, मैगजीन और जिंदा गोलियां बरामद हुईं। साथ में मोबाइल फोन और उनकी अपाची मोटरसाइकिल भी जब्त की गई। आरोपी हथियार रखने का कोई वैध कागजात प्रस्तुत नहीं कर सके।कड़ी पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे कुख्यात राहुल दुबे गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं।बरामद हथियार गिरोह के सरगना और उसके करीबी साथियों ने मुहैया कराए थे। उनका मकसद रांची और रामगढ़ के चुनिंदा कारोबारियों को निशाना बनाकर पहले उनकी रेकी, फिर रंगदारी और विरोध करने पर फायरिंग करना था।
हरियाणा से बुलाया गया था शूटर…
पूछताछ में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ। गिरोह ने हरियाणा से एक शूटर जिसका नाम गगन यादव उर्फ जाटजी, पिता ईश्वर सिंह, ग्राम-शल्खी, थाना- कनीना, जिला-महेन्द्रगढ (हरियाणा) को रामगढ़ के एक कोयला कारोबारी के ऊपर फायरिंग के लिए बुलाया था।लेकिन सुपारी के लेनदेन की रकम नहीं मिलने के कारण वह वापस लौट गया। पुलिस मानती है कि अगर यह सौदा पूरा हो जाता, तो हालात कहीं ज्यादा गंभीर हो सकते थे।
इंस्पेक्टर मनोज की तत्परता से बड़ी साजिश हुई नाकाम…
नामकुम थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज की सक्रियता से यह साजिश समय रहते नाकाम हो गई। उन्होंने अपराधियों के आने की सूचना मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए न केवल इस सर्द रात में सुनसान सड़क पर सिपाही नदी जोरार पुल के पास चेकिंग अभियान चलाया बल्कि जब राहुल दुबे गिरोह के अपराधियों ने पुलिस को देखकर बाइक की हेडलाइट बंद कर दी और वापस मुड़कर भागने लगे, उसी वक्त इंस्पेक्टर मनोज एक्टिव मोड में आकर दिलेरी के साथ दोनों अपराधियों का पीछा कर उनको धर दबोचा और कानून के शिकंजे में कस दिया।फिलहाल दोनों आरोपियों को अवैध हथियार और गोली रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनके आपराधिक इतिहास की जांच चल रही है। साथ ही राहुल दुबे गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है।
छापामारीदलमें शामिल:-
1. पु०नि० सह थाना प्रभारी नामकुम थाना मनोज कुमार
2. पु0अ0नि0 जयदेव कुमार सराक, नामकुम थाना।
3. पु०अ०नि० प्रवीण कुमार, नामकु मथाना ।
4. पु०अ०नि० गौतम कुमार, नामकुम थाना ।
5. स०अ०नि० टी०पी० केशरी, नामकुम थाना।
6. रिजर्व गार्ड, नामकुम थाना ।