गड़हनी-खेतो मे पराली नही जलाने को लेकर माइकिंग के माध्यम से बराप सहित अन्य कई गाँवो मे किसानो को किया गया जागरूक…

गुड्डू कुमार सिंह -गड़हनी (भोजपुर)। प्रखण्ड के बराप पंचायत अन्तर्गत रामडीहरा, आजमनगर, सहँगी, मदुरा, बराप गाँव मे फसल अवशेष प्रबंधन विशेष किसान चौपाल के तहत खेतो मे पराली नही जलाने को लेकर माइकिंग के माध्यम से किसानो को किया गया जागरूक। सहायक तकनीकि प्रबंधन अधिकारी रत्नेश कुमार तिवारी के द्वारा किसानों को फसल अवशेष को खेतो मे जलाने से होने वाले नुकसान के बारे मे विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।जानकारी देते हुए कहा कि खेतो में पराली जलाने से मिट्टी के पोषक तत्व व कीटाणु भी नष्ट हो जाते है और मिट्टी की उर्वरक क्षमता कम हो जाती है।मिट्टी की उर्वरक छमता को बढाने के लिए फसल अवशेष को खेतो मे ही सडने देना चाहिए वह खाद का काम करता है और उससे फसल भी दुगनी होती है।उन्होने कहा कि फसल अवशेषों को कम्पोस्ट बनाकर भी खेतो में डाला जा सकता है जिससे मिट्टी उपजाऊ होगा।उन्होने किसानों को गेहू दलहन मशरूम सहित अन्य कई फसलो की बुआई करने की कई टिप्स दिया।वहीं कृषि समन्वयक सतेन्द्र कुमार ने कहा कि खेतो मे पराली जलाने पर किसानो का रजिस्ट्रेशन समाप्त कर दिया जायेगा और उन्हे कृषि से संबंधित योजनाओ का कोई भी लाभ ने नही मिल पायेगा।