किशनगंज : जिले में टीबी के दवाओं की किल्लत हुई दूर, पर्याप्त दवाएं विभाग ने करायी उपलब्ध
जिले में फिलहाल 900 से अधिक टीबी के सक्रिय मरीज हैं। इसमें एमडीआर के 13 मरीज भी शामिल हैं। संचारी रोग पदाधिकारी डा. मंजर आलम ने बताया कि विभिन्न सरकारी संस्थानों के माध्यम से चिह्नित टीबी मरीजों की संख्या जिले में 955 है
किशनगंज, 14 जून (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में टीबी के दवाओं की किल्लत अब दूर हो गयी है। शुक्रवार को सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया की विभागीय स्तर से जिले को जरूरी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध करा दिया गया है। गौरतलब है कि बीते करीब डेढ़ महीने से जिले में टीबी की जरूरी दवाएं अनुपलब्ध था। सरकारी संस्थानों में टीबी की दवा नहीं मिलने से मरीजों को कई परेशानियां उठानी पड़ रही थी। दवाओं का पुराना स्टॉक खत्म होने व विभाग से दवा की आपूर्ति बाधित होने के कारण ये समस्या विकराल रूप ले चुका था। मरीजों को दवा के लिये एक संस्थान से दूसरे संस्थान का चक्कर लगाना पड़ रहा था। स्थानीय बाजार में दवा की कीमत अधिक होने लोग इसे खरीदने में असमर्थ थे। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थानीय बाजार से जरूरी दवाओं की खरीदारी कर जरूरतमंद मरीजों को दवा उपलब्ध कराया जा रहा था। लेकिन विभागीय स्तर से किया गया ये वैक्लिपिक इंतजाम अप्रर्याप्त साबित हो रहा था। दवा उपलब्ध हो जाने के बाद मरीजों के साथ-साथ विभागीय अधिकारियों को भी राहत मिली है। गौर करे कि जिले में फिलहाल 900 से अधिक टीबी के सक्रिय मरीज हैं। इसमें एमडीआर के 13 मरीज भी शामिल हैं। संचारी रोग पदाधिकारी डा. मंजर आलम ने बताया कि विभिन्न सरकारी संस्थानों के माध्यम से चिह्नित टीबी मरीजों की संख्या जिले में 955 है। उन्होंने बताया कि जरूरी दवा अनुपलब्ध रहने के कारण विभिन्न संस्थानों में इलाज के लिये आने वाले मरीजों को निराशा झेलनी पड़ रही थी। स्वास्थ्य अधिकारियों को भी लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा था। दवा उपलब्ध हो जाने के बाद जिले में टीबी उन्मूलन अभियान को मजबूती मिलेगी। साथ ही दवाओं की किल्लत को लेकर मरीजों को हो रही असुविधा भी दूर हो जायेगी।डा. मंजर आलम ने बताया कि विभागीय स्तर से जिले को पर्याप्त दवा उपलब्ध कराया गया है। मांग व जरूरत के हिसाब से दवाएं सभी संस्थानों को उपलब्ध कराया जा रहा है। ताकि जरूरतमंद मरीजों के बीच इसका वितरण सुनिश्चित कराया जा सके। दवा की आपूर्ति बाधित होने से मरीजों को थोड़ी दिक्कतें आ रही थी। जो अब दूर हो जायेगी। मरीजों को समय पर सभी जरूरी दवा उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि टीबी की बीमारी से पूर्णत: निजात पाने के लिये दवा का निर्धारित कोर्स पूरा किया जाना जरूरी है।