किशनगंज : जेल में बंद विचाराधीन बंदी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में करवाया गया भर्ती
20 अक्टूबर को उत्पाद विभाग की टीम ने उबेद को रुईधाशा से शराब के साथ गिरफ्तार किया था, उस समय भी उसकी स्थिति बेहतर नहीं थी। इसके बाद उसे मंडल कारा भेज दिया गया

बंदी की स्थिति गम्भीर होने के कारण उसे भागलपुर अस्पताल रेफर किया गया है
किशनगंज, 22 अक्टूबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, 20 अक्टूबर से शराब के साथ गिरफ्तारी मामले में मंडल कारा में बंद एक बंदी की अचानक तबियत बिगड़ जाने के कारण उसे इलाज के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। वहां से सदर अस्पताल रेफर किया गया। व्यक्ति उबेद आलम (55 वर्ष) लाइन चपरासी मोहल्ला का रहने वाला है।जानकारी के अनुसार 20 अक्टूबर को उत्पाद विभाग की टीम ने उबेद को रुईधाशा से शराब के साथ गिरफ्तार किया था। उस समय भी उसकी स्थिति बेहतर नहीं थी। इसके बाद उसे मंडल कारा भेज दिया गया। वहां पहुंचते ही अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई। जिसे मंडल कारा प्रशासन ने इलाज के लिए कारा के अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। वहां से उसे सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। बंदी की स्थिति गम्भीर होने के कारण उसे भागलपुर अस्पताल रेफर किया गया है। जेल अधीक्षक रंजीत कुमार ने बताया कि 20 अक्टूबर को शराब के मामले में उक्त बंदी को लाया गया था। उसकी हालत बेहतर नहीं लग रही थी। इसके बाद जेल के चिकित्सिक दीपक कुमार की निगरानी में इनका इलाज चल रहा था। तबियत पूरी तरह से ठीक नहीं होने के कारण उन्हें एमजीएम में रेफर किया गया था। वहां से सदर अस्पताल रेफर किया गया। अब चिकित्सिक की सलाह पर उसे भागलपुर अस्पताल भेजा जा रहा है। इधर परिजनों ने बताया कि उत्पाद विभाग ने जिस समय इन्हें पकड़ा था उस वक्त ठीक थे। लेकिन पकड़ने के कुछ देर बाद से ही अचानक कैसे तबियत बिगड़ने लगी।