*धन्य धन्य राजाराम मेला एवं तोके टुसू जले दिबोना गीतों से गूंजा राजधानी*

भारती मिश्रा रांची: कुरमाली भाषा परिषद के तत्वावधान में झारखंड कि विशाल टुसु महोत्सव की आगाज की पूर्व संध्या पर झारखंड की राजधानी रांची स्थित मोरबादी मैदान में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी विशाल टुसु मेला का आयोजन किया गया।
मेला का शुभारंभ टुसु की पूजा करके किया गया, टुसु पूजा डॉ नीना महतो एंव सहयोगियों के द्वारा किया गया।इस मेला में झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों से लोग टुसु एंव नगाड़ा के साथ शामिल हुए।
मौके पर रांची लोकसभा के लोकप्रिय सांसद श्री संजय सेठ जी,राज्यसभा सांसद श्री आदित्य प्रसाद साहू जी, पूर्व सांसद श्री राम टहल चौधरी, कांके के विधायक श्री समरी लाल जी, गोमिया विधायक श्री लंबोदर महतो शामिल हुए एवं टुसु मेला मे टुसु की परंपरागत गीतों से थिरके।
मौके पर गुड़ पीठा प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, इसमे विभिन्न प्रकार के पीठाओ का स्टॉल लगाया गया था। जिसका स्वाद मुख्य अतिथि एंव मेला संचालन समिति के द्वारा किया गया। इ समे हर गुड़ पीठा प्रतिभागियों को मेला समिति की ओर से सम्मानित भी किया गया।
इस मेले में मुख्य आकर्षण 200 फिट की टुसु थी, जिसे प्रथम पुरस्कार दिया गया एंव 180 फिट एंव 150 फिट के टुसूओ के अलावे अन्य छोटे-बड़े अनेक टुसु थे, सभी टुसु टीमो को भी मेला समिति की ओर से पुरस्कृत किया गया।
मौके पर कुरमाली भाषा परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष श्री राजा राम महतो ने कहा कि टुसु मेला झारखंड की सबसे पुरानी मेला है जिसे झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने कहा टुसु पर्ब झारखंड का बहुत बड़ा परब है, एक माह तक लगने वाला त्यौहार है।
टुसु परब की शुरूआत मकर संक्रांति के दिन से शुरू होता है,जो पूरे एक महीना तक चलता है, टुसु की थापना आग्रहन संक्रांति के दिन होती है जिस दिन कुँवारी कन्याओ के द्वारा टुसु की थापना किया जाता है एवं पूरे एक महीना तक टुसु की पूजा की जाती है एवं मकर सक्रांति के दिन टुसु की विसर्जन करके टुसु परब की आगाज होता है, वही टुसु परब की पूर्व संध्या पर रांची स्थित मोरबादी मैदान में टुसु मेला का आयोजन कर के किया गया।
मौके पर संचालन समिति के सदस्य अधिवक्ता ब्रजेन महतो, डा धनेश्वर महतो, भुवनेश्वर महतो, प्रवर कुमार, मनोज कुमार महतो ,मुकेश महतो, भूदेव महतो ,राज कुमार,एंव सभी सदस्य मौजूद रहे।