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ठाकुरगंज : लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात, जिला प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य जारी

कटाव के कारण लोग पलायन भी हो रहे हैं तो वही लगातार नदी कटाव भी जारी है नदी का जलस्तर बढ़ता ही जा रहे हैं लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था को लेकर चिंताजनक स्थिति में खाने-पीने की व्यवस्था मुहैया कराई गई: आदित्य कुमार गणेश

किशनगंज, 28 सितंबर (के.स.)। फरीद अहमद, बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात जिले में देखने को मिल रहे हैं। वहीं इसी दौरान ठाकुरगंज प्रखंड के भोलमारा पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 14 में भी स्कूल भवन का कुछ हिस्सा कट कर बह गया, अत्यधिक कटाव होने के कारण उक्त गांव के तकरीबन 25 परिवार पलायन होने को मजबूर हो गए। शनिवार को जानकारी देते हुए पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि सह इमैनुअल हॉस्पिटल एसोसिएशन ट्रस्ट के सदस्य आदित्य कुमार गणेश ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण हालत काफी खराब है कटाव के कारण लोग पलायन भी हो रहे हैं तो वही लगातार नदी कटाव भी जारी है नदी का जलस्तर बढ़ता ही जा रहे हैं लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था को लेकर चिंताजनक स्थिति में खाने-पीने की व्यवस्था मुहैया कराई गई। बताया गया है कि फ्री विल बैपटिस्ट सोसाइटी के हन्ना प्रोजेक्ट ने इमैनुअल हॉस्पिटल एसोसिएशन के सहयोग से जिले के ठाकुरगंज के भोलमारा पंचायत (वार्ड नंबर-14) में बिहार बाढ़ राहत पर आपातकालीन प्रतिक्रिया शुरू की है। मेची और कनकई के पास रहने वाले करीब 20 परिवार तेजी से मिट्टी के कटाव के कारण अपना घर और सब कुछ खो चुके हैं। तत्काल प्रतिक्रिया के तौर पर ठाकुरगंज प्रखंड के पंचायत समिति सदस्य सह पूर्व प्रमुख के प्रतिनिधि आदित्य कुमार गणेश के सहयोग से सामुदायिक रसोई की स्थापना की गई है। सामुदायिक रसोई के साथ-साथ आपातकालीन चिकित्सा सुविधा भी प्रदान की जाती है। सामुदायिक रसोई में शामिल होने के अलावा ज्योति बनिक, महिनूर बेगम, लुकास सोरेन, पीयूष दास ने मिट्टी के कटाव के कारण अपना सब कुछ खो चुके सभी लोगों को मानसिक परामर्श प्रदान किया। स्थानीय लोगों से विजय कुमार हरिजन, कल्पू पासवास, रामा सहनी, विजय सहनी, छट्टू सहनी, मटुक सहनी, मटुक सहनी, सहदेव सहनी का सहयोग काफी सराहनीय है। आगे जानकारी देते हुए आदित्य कुमार गणेश ने बताया बताया कि जिला प्रशासन द्वारा लगातार कटावरोधी कार्य के साथ-साथ राहत बचाव कार्य भी करवाया जा रहा है। ऐसा ही भयवाब नजर दिघलबैंक प्रखंड के ताराबारी फुल गाछी में भी देखने को मिला है जहां विद्यालय का कुछ हिस्सा कट कर नदी में विलीन हो गया है और कुछ हिस्सा नदी किनारे लटका हुआ है जो धीरे-धीरे कट रहा है साथ ही साथ आवागमन करने वाली पक्की सड़क भी कट कर नदी में विलीन हो गई है। जिला के कई हिस्से में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं जिससे लोग काफी परेशान है और ऊंचे स्थान पर जाकर अपना ठिकाना बनाने को मजबूर हैं। जिला प्रशासन द्वारा लगातार राहत बचाव कार्य भी अलग-अलग जगह पर जारी रखा गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गंढक और कोसी बैराज से 6 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है जिसके कारण नदियां तूफान पर है।

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