*राहुल गांधी के बैनर को फाड़ना नीतीश भाजपा सरकार की स्वस्थ्य राजनीति के विपरीत व्यवहार, नई राजनीतिक लड़ाई को रहें तैयार: राजेश राठौड़*

संजय कुमार सिन्हा/बैनर फाड़कर संविधान के प्रति अपनी असम्मान का प्रदर्शन कर रही है राज्य सरकार: राजेश राठौड़
राहुल गांधी के बैनर को फाड़कर स्वस्थ्य लोकतांत्रिक परम्परा के विपरीत काम कर रही है नीतीश भाजपा सरकार: राजेश राठौड़
18 जनवरी को बिहार के दौरे पर आ रहे विपक्ष के नेता राहुल गांधी की हाथों में संविधान की प्रति वाले बैनर जिसपर संविधान निर्माता आंबेडकर और संविधान की प्रस्तावना छपी है को राज्य सरकार व नगर निगम के निर्देश पर फाड़ने पर बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कड़ी आपत्ति जताई है।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि हमारे नेता और देश के विपक्ष के नेता राहुल गांधी गैर राजनीतिक कार्यक्रम के लिए पटना आ रहे हैं जिसमें वें संविधान रक्षा सम्मेलन को बापू सभागार में सामाजिक संगठनों के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे, इसी कार्यक्रम के लिए बड़े पैमाने पर पटना की सड़कों पर संविधान के प्रति जागरूकता और कार्यक्रम को लेकर बैठ लगाएं हैं जिसको राज्य की नीतीश भाजपा सरकार के निर्देश पर पटना नगर निगम के द्वारा कुत्सित मानसिकता के साथ फाड़ा जा रहा है। जीर्ण शीर्ण अवस्था में बैनर को फाड़कर सार्वजनिक रूप से न केवल संविधान की प्रस्तावना, उसके निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का अपमान हो रहा है बल्कि पूरे संविधान के प्रति सरकार का असम्मान का प्रदर्शन किया जा रहा है। इसका कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता विरोध करता है और राज्य सरकार से यह मांग करते हैं कि ऐसे संविधान का अपमान करना वें बंद करें। राहुल गांधी के बड़े पैमाने पर लगे बैनर से यह सरकार उनकी लोकप्रियता को देखकर भयभीत है और डरकर ऐसा निर्णय ले रही है। इसे अविलंब रोका जाएं और संविधान के प्रति जन जागरूकता लाने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम के प्रति और आने वाली पीढ़ियों में इसकी जानकारी के प्रति अपनी सामाजिक राजनीतिक जिम्मेदारी का राज्य सरकार निर्वहन करें। इस राज्य सहित देश में संविधान के प्रति ऐसा असम्मान कहीं नहीं देखने को मिला था लेकिन बिहार की सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध में ऐसी कार्रवाई कर अपनी छवि राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल कर लिया है।