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एसएएससीआई परियोजना संक्षिप्त विवरण– बिहार

त्रिलोकी नाथ प्रसाद /परियोजना का नाम: मत्स्यगंधा झील, सहरसा का विकास परियोजना लागत: 97.61 करोड़ रुपए गंतव्य का परिचय: मत्स्यगंधा झील लगभग 3 लाख वर्ग मीटर में फैली एक कृत्रिम झील है। मत्स्यगंधा झील की परिकल्पना 1996 में तत्कालीन सहरसा कलेक्टर तेज नारायण लाल दास ने जलकुंभी से भरी एक बंजर भूमि के विकास के रूप में की थी, जिसका उपयोग शवों के दाह संस्कार के लिए किया जाता था। वर्तमान में, झील का पर्यटन के लिए कम उपयोग किया जाता है। प्रस्तावित मत्स्यगंधा झील विकास परियोजना का उद्देश्य इस जल निकाय को सहरसा के लिए एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण और मनोरंजक स्थल में बदलना है। इस परियोजना में झील के चारों ओर विभिन्न सुविधाएँ और आकर्षण स्थल बनाने की अवधारणा की गई है, जिसमें एक प्रवेश प्लाजा, हाट क्षेत्र, फूड कोर्ट, अनुभव केंद्र, पुल, भूदृश्य क्षेत्र, घाट और एक मेला ग्राउंड शामिल हैं।

मत्स्यगंधा मंदिर, परिसर की एक उल्लेखनीय विशेषता है, जो इस स्थल के सांस्कृतिक महत्व में एक केंद्रीय भूमिका निभाता है। इसे रक्त काली मंदिर अथवा 64-योगिनी मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, यह पूरे राज्य से तीर्थयात्रियों और आगंतुकों को आकर्षित करता है। इसकी वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व, इसके प्राकृतिक परिवेश के साथ मिलकर इसे प्रस्तावित पर्यटन विकास का केन्द्र बिन्दु बनाते हैं।

परियोजना की अवधारणा और मुख्य उद्देश्य

मत्स्यगंधा झील के विकास में आधुनिक सुविधाओं और सांस्कृतिक घटकों के साथ इसे एक व्यापक पर्यटक आकर्षण बनाना शामिल है। परियोजना का उद्देश्य झील क्षेत्र को एक जीवंत, बहु-कार्यात्मक स्थल में परिवर्तित करना है जो विभिन्न हितों और गतिविधियों को पूर्ण करता है। इस विकास में पौराणिक कथाओं, वास्तुकला और प्रकृति के संयोग से आगंतुकों को यहां एक अनूठा अनुभव मिलेगा।
परियोजना के घटक

इस परियोजना का उद्देश्य कम उपयोगी जल निकाय और उसके आस-पास के परिवेश को पुनर्जीवित करके पर्यटकों के समृद्ध अनुभव को बढ़ाना है। परियोजना में कई प्रमुख घटक शामिल हैं, जिनमें एक प्रवेश प्लाजा, फूड कोर्ट, अनुभव केंद्र, भूदृश्य क्षेत्र, घाट और एक मेला ग्राउंड शामिल हैं, जो सभी पर्यटकों को आकर्षित करने और एक समग्र आगंतुक अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। अपेक्षित परियोजना प्रभाव और मूल्य

रोज़गारः 484
पीपीपी परियोजनाएँ: 4 परियोजनाएं, 335 करोड़ रुपए
इस पहल से चार परियोजनाओं के माध्यम से सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिनका कुल निवेश मूल्य 335 करोड़ रुपए है। इनमें एक मनोरंजन पार्क, होटल, कन्वेंशन सेंटर आदि शामिल हैं।
परियोजना दृष्यावलोकन

सुपर ट्री
• सौर पैनल
• हरित लताओं से सुसज्जित
• बाहरी और नियंत्रित प्रकाश से परिपूर्ण
लाइट एंड साउंड शो प्रतिमा (5-6 मीटर ऊँची)
• मत्स्यगंधा
• ऋषि पराशर
• ऋषि वेद व्यास

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