:-: नियम क़ानून :-:

पटना डेस्क:-ब्रिटिशों ने भारत को लूटने के लिए जो 34735
क़ानून बनाएं थे और मनुस्मृति के नियम कानूनों के
स्थान पर, जो इन ब्रिटिश कानूनों को 1860 में
संविधान बनाकर, लागू करना चाहते थे, उन्हीं सारे
कानूनों को 1950 में नए या पुराने नामों से ही
दोबारा लागू करके, उसे ही स्वन्त्रता या लोकतंत्र का
नाम देकर प्रचारित किया गया, ताकि 17 वी, 18वी
,1857, 19वी, 1947 के समय हुए, विद्रोहों की
पुनरावृत्ति को रोका जा सकें। मनुस्मृति भारत की
पुरानी शासन व्यवस्था थी, जिसमें वास्तव में सबका
साथ सबका विकास, वाली बात थी, इसलिए उस
समय धर्म, संस्कृति, प्रकृति, संस्कार सब सुरक्षित
थे, लेकिन 1950 के बाद की व्यवस्था अंग्रेजी में
लिखी गई, ताकि लोगों का मन मस्तिष्क, अंग्रेजी में
सोचने लगें, और वह पश्चिम की भांति व्यवहार करने
लगें। इस सत्य को सभी अनुभव कर सकते हैं। विजय
सत्य की ही होगी।