पटना : दलित की बेटी ज्योती के जज्बे को सलाम:-डॉo सुरेश पासवान

दरभंगा जिले की बेटी ज्योति के हौसले और हिम्मत की चर्चा अमेरिका तक पहुंच गई।
- 1200 किलोमीटर की यात्रा सात दिनों में तय कर अपने गांव जब पहुंची तो लोग देखते ही रह गए।
- गोविंद चंद्र मिश्रा एजुकेशनल फाउंडेशन ने भी ज्योति को नि:शुल्क शिक्षा और उसके पिता मोहन पासवान को नौकरी का प्रस्ताव दिया है।
- पंद्रह वर्षीय दलित बेटी को न सिर्फ दरभंगा और बिहार बल्कि पुरा देश और दुनिया इसके जज्बे को सलाम कर रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने ज्योति के हौसले को सराहा
पटना/रणजीत कुमार सिन्हा, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ० सुरेश पासवान ने कहा है बिहार की बेटी ज्योती कुमारी को उसके हिम्मत, हौसला एवं जज्बे को सैल्यूट करते हैं।वैश्विक कोरोना महामारी में अपने दुर्घटना ग्रस्त पिता श्री मोहन पासवान के साथ हरियाणा के गुरुग्राम में फंसी हुई थी।ज्योती के पिता श्री मोहन पासवान वहां ई रिक्शा चलाकर अपने घर परिवार का भरण-पोषण किया करते थे।लेकिन लॉक डाउन में धंधा बंद हो जाने से दाने दाने को मोहताज हो गए।जब लॉक डाउन बढ़ते ही गया तो मोहन पासवान की बेटी ज्योती गुड़गांव से साईकिल से ही दरभंगा अपने गांव के लिए पिता को बैठाकर निकल गई।1200 किलोमीटर की यात्रा सात दिनों में तय कर अपने गांव जब पहुंची तो लोग देखते ही रह गए।अब तो इस बिहार की पंद्रह वर्षीय दलित बेटी को न सिर्फ दरभंगा और बिहार बल्कि पुरा देश और दुनिया इसके जज्बे को सलाम कर रही है।इसके असाधारण जज्बे को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने भी ट्वीट कर के तारिफ करते हुए बधाई दी है साथ ही ज्योती “इवांका ट्रंप” की प्रेरणा बन गई है।ऑल इंडिया साइकिल फेडरेशन ने भी ज्योती को साइकलिंग के लिए आमंत्रित किया है।डॉ० पासवान ने बिहार सरकार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से ज्योती कुमारी को उचित पारितोषिक, मैडल, आगे की पढ़ाई तथा बिहार से गरीबी मिटाने के लिए अपने बिहार राज्य का अम्बेसडर बनाने की मांग किया है।आपको बताते चलें कि दरभंगा जिले की बेटी ज्योति के हौसले और हिम्मत की चर्चा अमेरिका तक पहुंच गई है।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने ज्योति के हौसले को सराहा है और उसकी संघर्षपूर्ण कहानी को अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया है।अब आप सोच रहे होंगे कि ज्योति ने ऐसा क्या किया कि इवांका ट्रंप उनकी मुरीद हो गई।दरअसल, दरभंगा के सिरहुल्ली गांव की ज्योति लॉकडाउन के दौरान अपने बीमार पिता को लेकर साइकिल से गुड़गांव से दरभंगा पहुंच गई।तकरीबन 1200 किलोमीटर के इस संघर्ष पूर्ण सफर को हौसले के साथ पूरा किया।एचटी मीडिया समूह की वेबसाइट लाइव मिंट पर चल रही ज्योति की कहानी को शुक्रवार इवांका ट्रम्प ने ट्विटर पर साझा किया।ज्योति आठवीं की छात्रा है।लिहाजा उसकी पढ़ाई में मदद का भरोसा दिया गया है।साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ज्योति को अगले महीने ट्रायल के लिए भी बुलाया है।ज्योति ने शुक्रवार को बताया कि उसे एक कॉल आया है।साइकिलिंग फेडरेशन के चेयरमैन ओंकार सिंह ने उसे शाबाशी के साथ आशीर्वाद भी दिया।इस बीच शुक्रवार को राढ़ी पश्चिमी पंचायत के पकटोला स्थित डॉ. गोविंद चंद्र मिश्रा एजुकेशनल फाउंडेशन ने भी ज्योति को नि:शुल्क शिक्षा और उसके पिता मोहन पासवान को नौकरी का प्रस्ताव दिया है।फाउंडेशन ने सिरहुल्ली निवासी मोहन पासवान और उनकी पुत्री ज्योति कुमारी को हरसंभव सहायता करने का निर्णय लिया है।