सरस्वती संस्कृत उच्च विद्यालय में विद्यालय स्थापना का शताब्दी समारोह का आयोजन।।..

यशवंत कुमार:- : जिले के बेगूसराय में सरस्वती संस्कृत उच्च विद्यालय में रविवार को विद्यालय स्थापना का शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ एमएलसी सर्वेश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण, डीपीओ राजकमल, समाजसेवी व कांग्रेस नेता रजनीकांत पाठक व सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक गौड़ी नाथ मिश्र भास्कर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
समारोह को संबोधित करते हुए एमएलसी सर्वेश कुमार ने कहा कि संस्कृत भाषा तमाम भाषाओं की जननी है। संस्कृत भारत का गौरव है। संस्कृत को संरक्षित कर ही भारत दुनिया में गौरव प्राप्त कर सकता है। सरकार की ताकत से बड़ा समाज की ताकत है। इसके विकास के लिए समाज के प्रबुद्ध लोगों को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि संस्कृत विद्यालयों की समस्या को समाधान के लिए आप आगे बढ़े मैं भी आपके साथ हूं। समय बहुत प्रतिकूल चल रहा है। विद्यालयों में बैंच, डेस्क तथा आधारभूत संरचना का अभाव है।
समग्रता से विचार करने की जरूरत है। संस्कृत भाषा को कंप्यूटर से जोड़ना पड़ेगा। ईमानदारी से संस्कृत विद्यालयों की समस्या के समाधान करने की आवश्यकता है। मैं ईमानदारी से आपके साथ खड़ा हूं। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य सह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि संस्कृत भाषा के विकास से ही भारतीय संस्कृति का विकास संभव है। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा आज उपेक्षा का दंश झेल रहा है। शिक्षाविद सह इतिहासकार भगवान प्रसाद सिन्हा ने कहा कि बिहार में संस्कृत की शिक्षा अगर जिंदा है तो इसमें शिक्षकों का बड़ा योगदान है।समाजसेवी रजनीकांत पाठक ने कहा कि संस्कृत हमारी मातृभाषा रही है।सरकार व समाज दोनों को इसके लिए आगे होना। संस्कृत हमारी संस्कृति व इतिहास को समेटे हुए है। इसे फिर से प्रतिष्ठित करने की जरूरत है। जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान राजकमल ने कहा कि सरकार की ओर से जो भी सुविधा प्रदान किया गया है, उसे प्रदान करने में हम कोताही नहीं बरतेंगे। मौके पर अन्य विद्वतजनों ने भी अपने विचारों को रखा।