किशनगंज : शिक्षा विभाग की योजनाओं में बरती गयी अनियमितता में संलिप्ता पाये जाने पर एक निलंबित, दो का हुआ तबादला
जिले में संचालित शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं में बड़े पैमाने पर बरती गई अनियमितताओं को देखते हुए डीएम ने एक जांच टीम का गठन किया था
किशनगंज, 04 जून (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, शिक्षा विभाग के अंतर्गत जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के क्लर्क को सस्पेंड कर दिया गया है। जिला में संचालित विभिन्न योजनाओं में बरती गई अनियमिताओं में जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में कार्यरत लिपिक मो तोकिर आलम की संलिप्तता को देखते हुए जिलाधिकारी तुषार सिंगला की अनुशंसा पर क्षेत्रीय शिक्षा उपनिर्देशक पूर्णियां प्रमंडल ने सोमवार को उन्हें निलंंबित कर दिया है। गौर करे कि जिले में संचालित शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं में बड़े पैमाने पर बरती गई अनियमितताओं को देखते हुए डीएम ने एक जांच टीम का गठन किया था। उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित इस टीम ने अब तक की जांच में यह पाया की शिक्षा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की अनियमितता में तोकिर आलम लिपिक की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता। जांच दल के संज्ञान में जब यह बातें आई की बिहार सरकार परियोजना के सभी कनीय अभियंताओं पर भी फर्जी बिल बनाने का दबाब डाला जा रहा है इसके बाद जिलाधिकारी से प्राप्त पत्र 1411/जी गो दिनांक 1 जून 2024 के आलोक में निष्पक्ष जांच के लिए तोकिर आलम लिपिक जिला शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज को बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील) नियमावली 2005 के नियम 9 (i) के संगत प्रावधानों के तहत तत्काल निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि के दौरान तोकिर आलम का मुख्यालय जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय अररिया निर्धारित किया गया है।
जांच में संलिप्त पाये जाने वाले दो कर्मियों को किया स्थानांतरित
जिला गोपनीय शाखा से निर्गत पत्र ज्ञापांक 1410 दिनांक 01 जून 2024 के अनुसार जिला शिक्षा कार्यालय, किशनगंज में कार्यरत कार्यक्रम समन्वयक तुफैल एवं समग्र शिक्षा अभियान, किशनगंज में कार्यरत कार्यक्रम सहायक उत्तम कुमार के विरूद्ध अनियमितता बरते जाने के आरोप में इनका तबादला कर दिया गया है। तुफैल का स्थानांतरण बीईओ कार्यालय, दिघलबैंक और उत्तम कुमार का स्थानांतरण बीईओ कार्यालय टेढ़ागाछ स्थानांतरित कर दिया गया है। शिक्षा विभाग के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में अनियमितता संबंधित शिकायतों की जांच हेतु उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक जांच दल का गठन किया गया था। जांच दल ने अपने कार्यालय पत्रांक 12 गोपनीय डीआरडीए दिनांक 01 जून 2024 को रिपोर्ट दिया जिसमें जांच क्रम में पाया गया कि विभिन्न योजनाओं की अनियमितता में दोनों कर्मियों की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसमें इस बात का भी उल्लेख है कि बिहार शिक्षा परियोजना, किशनगंज के सभी कनीय अभियंताओं के द्वारा भी लिखित रूप से आवेदन दिया कि कुछ फर्जी दस्तावेज पर दवाब डालकर हस्ताक्षर करवाया।